बड़ा हादसा : 60 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से निकला युवक का शव
आखिर 60 घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे नरेश की लाश को बाहर निकाला गया। तीन दिन से लगातार जारी बचाव अभियान में वीरवार दोपहर बाद कुछ सुराग मिला।
जिसके बाद अभियान को ओर गति देकर वीरवार रात करीब 9 बजे मलबे से व्यक्ति को निकाल गया है। हालांकि परिजन लगातार नरेश के लिए यही दुआ कर रहे थे कि उनका बेटा मलबे के भीतर से सही सलामत बाहर निकलेगा। लेकिन तीन दिन के इंतजार के बाद बदनसीब बाप को बेटे की लाश मिली।
जानकारी के अनुसार वीरवार को भी परवाणू के सेक्टर दो में राहत कार्य उपमंडलाधिकारी कसौली डॉ. संजीव कुमार धीमान की देखरेख में बचाव अभियान चलता रहा।
इस दौरान एनडीआरएफ के 42 जवानों समेत तहसीलदार मनमोहन जिस्टू, डीएसपी योगेश रोल्टा, थाना प्रभारी दया राम ठाकुर समेेत दमकल विभाग, नगर परिषद की टीम मौके पर तैनात रही।
वीरवार को बचाव दल हर जगह पर 10-10 फुट खोदकर कैमरे से जांच करती रही। वहीं तीसरे दिन के बचाव कार्य में जेसीबी की मदद से अंदर जाने के प्रयास हुए जिसके लिए लगे सरियों को निकालकर आगे बढ़ा गया।
वहीं धरातक तक पहुंचने के लिए सुरंग को बनाया गया। चौथी सुरंग बनाने के बाद शख्स को कैमरे की मदद से भी देखा गया। जिसके बाद कुछ स्थिति स्पष्ट हो पाई और व्यक्ति को निकालने के लिए टीम आगे बढ़ी।
उपमंडलाधिकारी डॉ संजीव धीमान ने बताया कि राहत कार्य लगातार किया गया। मलबे में दबे व्यक्ति को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए गए।
वीरवार को तीन से चार जगहों पर खोदकर कैमरा डालकर चेक किया गया। जिसके बाद व्यक्ति की लोकेशन ट्रेस हो पाई और व्यक्ति को बाहर निकाला गया।
थाना प्रभारी परवाणू दया राम ठाकुर ने बताया कि मलबे में दबे व्यक्ति को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला। बिल्डिंग के गिरने से व्यक्ति की मौत हो गई है। कार्रवाई की जा रही है।