बनौर गांव के मुख्य द्वार पर बनेगा शहीद राजेन्द्र सिंह का स्मारक
शहीद स्मारक के लिए भूमि दान देने पर सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई ने जताया आभार
जम्मू कश्मीर के रामबन इलाके में 2007 में शहीद राजेन्द्र सिंह की पूण्य आत्मा व माता पिता इतने वर्षों बाद भी देश के लिये सर्वोच्च बलिदान देने के उपरांत गांव में स्मृति स्थल की राह देख रहे हैं।
ज्ञात हो कि बनौर गांव के राजेंद्र सिंह 4 जम्मू व कश्मीर राइफल में ऑपरेशन रक्षक के अंतर्गत रामबन में तैनात थे।
इसी दौरान 1 दिसंबर 2007 को लांस नायक राजेन्द्र सिंह ने दुश्मनों से लोहा लेते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। देश के लिये सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूत पर परिवार और गांव के सभी लोगों को गर्व है।
इसी संदर्भ में कल शहीद स्मारक के लिये उपयुक्त भूमि के चयन हेतु गांव के प्रबुद्ध सदस्यों और भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा- शिलाई की बनोर गांव में एक बैठक हुई। जिसके लिए गांव की सड़क के समीप स्मारक व द्वार बनाने पर सहमति बनी।
स्मारक हेतु सोमचंद चौहान पूर्व वार्ड मेंबर ने अपनी भूमि दान देने के लिए सहमति व्यक्त की और साथ ही उन्होंने कहा कि यह स्थान हमेशा हमारे गांव तथा इलाके के गौरव व बलीदान को प्रदर्शित करता रहेगा।
सनंद रहे की इस बैठक का आयोजन संगठन के कर्मठ कार्यकर्ता सुरेश कुमार के प्रयासों से स्थानीय गांववासियों व भूतपूर्व सैनिक संगठन के सहयोग से गांव बनौर में समपन्न हुआ।
ज्ञात रहे कि शहीद स्मारक हेतू 3 वर्ष पूर्व ही 3 लाख राशि की घोषणा स्थानीय विधायक व ऊर्जा मंत्री चौधरी सुखराम के द्वारा की जा चुकी है।
उपस्थित सभी लोगों ने उम्मीद जताई कि भूमि चयन और आवंटन के बाद अब जल्दी ही शहीद स्मारक का कार्य शुरू हो जाएगा और कुछ ही दिनों में दिव्य और भव्य शहीद स्मारक बनकर तैयार होगा।
इस मौके शहीद राजेंद्र सिंह के माता पिता काशीराम व सीता देवी को संगठन द्वारा शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। शहीद के माता – पिता खुशी व्यक्त करते हुए गांव के बुद्धिजीवियों और संगठन के सदस्यों के साथ मिलकर भूमि दान देने के लिए सोमचंद ठुंडू का पुनः धन्यवाद किया।
उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि गांव में शहीद स्मारक का निर्माण सभी ग्रामवासियों के लिए गौरव का विषय है इसलिए स्मारक भव्य और दिव्य रूप से बने इसके लिए हम सभी एक साथ प्रयास करेंगे। स्मारक बनने से गांव के युवाओं में देश के प्रति समर्पण और राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पण का भाव पैदा होगा।
इस मौके पर शहीद राजेंद्र सिंह के माता पिता काशीराम व सीता देवी व सोम चंद चौहान पूर्व वार्ड मेंबर, चतर सिंह चौहान पूर्व प्रधान, डॉक्टर नरेंद्र चौहान, सुरेश कुमार, बलवीर चौहान लाला, हिरदाराम चौहान, सुरेंद्र चौहान लाला, प्रताप चौहान लाला, रंगीलाल चौहान, दीप चौहान, मामचंद चौहान, मामराज चौहान, मोहन चौहान, गुरुदत्त चौहान तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा- शिलाई से अध्यक्ष विरेन्द्र चौहान, कोषाध्यक्ष तरुण गुरंग, स्वर्णजीत, सुरेश कुमार, केदार सिंह, संतराम व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।