बरसात के एक मार भी नहीं झेल पाई एनएच 707 की सुरक्षा दीवार, ताश के पत्तों की तरह ढही
पांवटा साहिब-शिलाई एनएच पर बनी दीवार पहली ही बरसात में ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। जिस कारण गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब -शिलाई- गुम्मा नैशनल हाइवे 707 पर 104 किलोमीटर के चार भागों में 1350 करोड़ रूपए की लागत से निर्माण कार्य चला हुआ है।
पांवटा साहिब के बद्रीपुर से सतौन तक 25 किलोमीटर का निर्माण कार्य एबीसीआई कंपनी कर रही है इन दिनों कच्ची ढांग से सतौन के बीच कंपनी सड़क के साथ दीवारों का निर्माण कार्य कर रहे हैं लेकिन सतौन के नजदीक आरडी नंबर 16/500 के आसपास बनी दीवारें पहली ही बरसात में ताश के पत्तों की तरह बिखर रही है।
जिससे निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। इससे पहले भी कई बार क्षेत्र के ग्रामीण निर्माण कार्य में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठा चुके हैं।
हालांकि केंद्र सरकार ने इस नेशनल हाईवे को ग्रीन कोरिडोर प्रोजेक्ट में डाला है। जिसको एनएचएआई अथॉरिटी खुद देख रही है लेकिन उसके बावजूद भी लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं।
उधर एनएचएआई के सहायक अभियंता सूर्य प्रताप सिंह ने बताया की शिकायत मिली है जिसकी जांच की जायेगी।