भारत तिब्बत मैत्री संघ सिरमौर के 40 सदस्यों के दल ने धर्मगुरु दलाई लामा से लिया आशीर्वाद
भारत तिब्बत मैत्री संघ सिरमौर के 40 सदस्यों का एक दल धर्मशाला के मैक्लोडगंज का दौरा किया। इस दौरान सभी सदस्यों ने धर्मगुरु दलाई लामा के दर्शन किए तथा दलाई लामा ने सभी को अपना आशीर्वाद दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत तिब्बत मैत्री संघ सिरमौर का एक दल चार दिवसीय दौरे पर धर्मशाला गया। इस दल में तिलौरधार, पांवटा साहिब, सतौन व पुरूवाला सेटलमेंट आदि के करीब 40 सदस्यों ने भाग लिया। सभी सदस्यों ने मैक्लोडगंज में दलाई लामा के दर्शन किए। इस दौरान दलाई लामा ने सभी सदस्यों से बड़े ही प्यार से बात की तथा सभी को अपना आशीर्वाद दिया।
भारत तिब्बत मैत्री संघ के सदस्यों ने तिब्बत संग्रहालय का किया दौरा
इस चार दिवसीय दौरे के दौरान भारत तिब्बत मैत्री संघ के सदस्यों ने मैक्लोडगंज में तिब्बत संग्रहालय का दौरा किया तथा संग्रहालय में बोध धर्म के इतिहास के बारे में जानकारी ली।
संग्रहालय में तस्वीरों के माध्यम से सदस्यों को दिखाया गया कि पहले तिब्बत में किस तरह से मठ होते थे तथा बोध धर्म के लोग किस तरह से पूजा अर्चना करते थे। संग्रहालय में सदस्यों को दिखाया गया की चीन के कब्जे के बाद तिब्बत में किस तरह से मठों को नष्ट किया जा रहा है।
बौद्ध धर्म के ग्रंथों को सजाया गया संग्रहालय में
भारत तिब्बत मैत्री संघ के सदस्यों ने मैक्लोडगंज में स्थित संग्रहालय में बोध धर्म के ग्रंथों के बारे में भी जानकारी ली। तिब्बत सरकार ने मैक्लोडगंज के संग्रहालय में अपने ग्रंथों को सजाया है।
सदस्यों को बताया गया कि कितनी कठिनाईयों से तिब्बत से ग्रंथों को भारत लाया गया। संग्रहालय में बोध धर्म से संबंधित ग्रंथ कई सदियों पूराना है। जिसके बारे में सभी सदस्यों को विस्तार रूप से बताया गया।
चीन ने किस तरह से तिब्बत के लोगों पर अत्याचार किया है, संग्रहालय में तस्वीरों के माध्यम से सदस्यों को बताया….
तिब्बत में चीन के कब्जे के बाद तिब्बत के लोगों पर किस तरह से चीन की सेना ने अत्याचार किया है। इसके बारे में भी संग्रहालय में तस्वीरों के माध्यम से दल के सदस्यों को बताया गया।
तिब्बत से किस कठिनाइयों से छोटे छोटे बच्चों को पैदल भारत पहुंचाया गया। दल के सदस्यों को बताया गया कि छोटे बच्चों के पैरों की उंगलियां तक खत्म हो गई और आंखों की रोशनी भी चली गई।
तिब्बत सरकार की विदेश मंत्री ने दल को किया संबोधित….
भारत तिब्बत मैत्री संघ के सदस्यों ने मैक्लोडगंज में तिब्बत सरकार के सचिवालय का दौरा किया।
इस दौरान सदस्यों को तिब्बत सरकार में सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन नोरज़िन डोलमा व करमा छोयिंग, सचिव सूचना एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन धर्मशाला ने दल के सदस्यों का स्वागत किया।
तिब्बत सरकार में विदेश मंत्री नोरज़िन डोलमा ने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह से भारत के लोगों ने तिब्बत के लोगों को अपना प्यार दिया है।
इसके लिए हम हमेशा यहां के लोगों के आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमें कभी भी यह महसूस नहीं हुआ की हम दूसरे देश में रह रहे है। हम भारतवासियों के साथ मिलकर यहां के त्यौहारों को मिलजुलकर मनाते है।
भारत तिब्बत मैत्री संघ के सदस्यों ने तिब्बत संसद भवन का किया दौरा
भारत तिब्बत मैत्री संघ ने मैक्लोडगंज में स्थित तिब्बत संसद भवन का दौरा किया। सदस्यों ने इस दौरान तिब्बत के संविधान के बारे में जानकारी ली।
निर्वासित तिब्बती सांसद लोबसांग थुप्पेन ने सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि तिब्बत में किस तरह से चुनाव प्रक्रिया होती है इसके बारे में विस्तार रूप से बताया।
तिब्बतियन सेटलमेन्ट सतौन के अधिकारी ढेनमाछांग सोनम वांगडू तिलोधार के रपटेन छ़ेरिंग, पांवटा साहिब के गेलेग जमयांग, पुरूवाला के तेंज़िन नामग्याल आदि ने बताया कि भारत तिब्बत मैत्री संघ बनाया गया है।
जिसमें भारत के नागरिकों को सदस्य बनाया गया है तथा तिब्बतियन सेटलमेंट सोसायटी इस तरह के कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किया जाता है। इसमें हमें कभी भी ऐसा नहीं लगा कि हम भारत से अलग है।
हमारी संस्कृति, वेशभूषा, खानपान एक सम्मान है। इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने से हमें अपनापन महसूस होता है तथा स्थानीय लोगों का हमें भरपूर सहयोग मिलता रहता।