यमुना के किनारे कूड़े में रोटी ढूंढते मासूम खोल रहे यमुना अमृत महोत्सव की पोल….
ये कैसा यमुना अमृत महोत्सव ? कहीं अवैध खनन, तो कहीं शहर की गंदगी फैंकती नगर परिषद….
प्रदेश सरकार जहां एक ओर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत उपमंडल पांवटा साहिब में स्वच्छ यमुना उत्सव कार्यक्रम मना रही है, तो वहीं दूसरी तरफ पवित्र यमुना नदी के किनारे नगर परिषद द्वारा फैंके गए सैकड़ों टन कूड़े के ढ़ेर में रोटी ढूंढते मासूम यमुना अमृत महोत्सव की पोल खोल रहे हैं।
बता दें कि प्रदेश सरकार आजादी के अमृत महोत्सव दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर रहे है। जिसके तहत यमुना नदी के संरक्षण के लिए स्वच्छ यमुना उत्सव मनाया जा रहा है।
यह कार्यक्रम वीरवार को पांवटा साहिब जाने माने गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल सभागार में मनाया गया। जिसका शुभारंभ शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद एंव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने किया। जबकि प्रदेश खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर ने बतौर विशेष अतिथि शिरकत की।
इस कार्यक्रम में जहां पवित्र यमुना नदी के स्वच्छता पर बड़ी बड़ी बातें की जा रही थी। वहीं दूसरी तरफ पवित्र यमुना नदी के किनारे लगें कूड़े के ढेर और नदी में दिन रात चलता अवैध खनन इस कार्यक्रम की पोल खोल रहे है।
गौर हो कि पांवटा साहिब शहर के साथ पवित्र यमुना नदी बहती है। जिससे क्षेत्र के लोगों की भावनाएं जुड़ी है तथा यमुना नदी में हिमाचल सहित उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार राज्यों आदि के श्रद्धालु डूबकी लगते है।
लेकिन पांवटा साहिब नगर परिषद पूरे शहर का कूड़ा यमुना नदी के किनारे फैंक देते है। जिस कारण यमुना नदी के किनारे बड़े बड़े कूड़े के ढेर लगे हुए है। जिसमें छोटे बच्चे कूड़ा बिनते रहते है तथा साथ ही पशु भी कूड़े के ढेर में मुंह मारते रहते है।
प्रदेश सरकार आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 23 व 24 दिसंबर को यमुना नदी के संरक्षण के लिए स्वच्छ यमुना उत्सव मना रहे है।
इस कार्यक्रम को मनभावन यमुना, पावन यमुना नाम दिया गया है। लेकिन यमुना नदी के किनारे लगे कूड़े के ढेर इस कार्यक्रम के हकीकत की पोल खोल रहा है।