लंपी की चपेट में आये बेसहारा तीन गायों ने सड़क किनारे दम तोड़
गिरिपार क्षेत्र के मुख्य द्वार सतौन पंचायत में लम्पी वायरस की चपेट में आये बेसहारा तीन गायों ने सड़क किनारे एक साथ दम तोड़ दिया।
तीनों गाय एक सप्ताह तक बीमारी की हालत में सड़क किनारे पड़ी रही लेकिन इसकी तरफ प्रशासन व पंचायत ने कोई ध्यान नहीं दिया।
जिस कारण लम्पी वायरस के मामले में पशुओं की व्यवस्था पर की गई प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला सिरमौर में सैकड़ों पशु लम्पी वायरस की चपेट में आ रहे हैं। जिसके बाद सरकार व प्रशासन ने लम्पी वायरस से निपटने के लिए संबंधित पंचायतों को निर्देश दिए लेकिन जमीनी स्तर पर यह असर देखने को नहीं मिल रहा है।
इन दिनों पांवटा साहिब व सतौन क्षेत्र के आसपास कई बेसहारा गौवंश सड़कों को घूमते नजर आये है। सतौन पंचायत में कई बेसहारा पशु सड़को पर घूम रहे हैं।
बताया जा रहा है की तीन गाय लम्पी वायरस की चपेट में आने से गंभीर अवस्था में एक गाय सतौन के शिव मंदिर पास व एक गाय पैट्रोल पंप के समीप एक सप्ताह से पड़ी हुई थी तथा एक गाय सीसीआई सड़क पर गंभीर अवस्था में एक सप्ताह से पड़ी हुई थी तथा तीनों गाय बीमारी की हालत में भूखे प्यासे पड़े रहे तथा एक ही दिन तीनों गाय ने दम तोड़ दिया।
लेकिन स्थानीय प्रशासन व पंचायत ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया और पशु पालन विभाग को भी इसकी कोई सूचना नहीं दी।
सतौन निवासी सुरेंद्र शर्मा व दलीप शर्मा ने बताया कि एक गाय तो सीबीआई सड़क पर गर्भावस्था में पड़ी हुई थी तथा सुबह के समय गाय ने बछड़े के जन्म देते हुए बछड़ा आधा अंदर ही फंस गया तथा देर शाम तक लोगों ने कोई ध्यान नहीं दिया और गाय ने दम तोड़ दिया।
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लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि लम्पी वायरस की चपेट में आ रहे बेसहारा गौवंश की तरह ध्यान दें तथा कोई उचित व्यवस्था करें।
उधर पशुपालन विभाग सतौन के डॉक्टर अमित महाजन ने बताया की इस बारे में किसी ने समय पर कोई जानकारी नहीं दी। लेकिन जब इसकी सूचना मिली तो तुरंत विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक तीनों गाय दम तोड़ चुकी थी।
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