वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी गिरफ्तार…
निजी अस्पताल में सेवाएं देते धरे डा. गिरीश..
डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में तैनात एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी के खिलाफ विजिलेंस को शिकायत मिली थी कि वह निजी अस्पताल में भी सेवाएं देते है ।
सूचना के आधार पर बुधवार को स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ. गिरीश शर्मा को सोलन के एक निजी अस्पताल में सेवाएं देते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर गिरीश शर्मा के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी कि वह निजी अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं जिसके चलते विजिलेंस ने कल सोलन के एक निजी अस्पताल में डॉक्टर गिरीश शर्मा को सेवा देते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन अकसर ही सुर्खियों में रहता है अक्सर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के खिलाफ शिकायत रहती है कि मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टर नाहन में ना रह कर बाहर से प्रतिदिन सेवाएं देने आते हैं और डॉक्टरों के खिलाफ तो विभाग और विजिलेंस में भी शिकायतें मिली है कि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ओपीडी में सेवाएं ना देकर निजी अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं।
डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज अस्पताल का एनेस्थीसिया विभाग हमेशा सुर्खियों में रहता है क्योंकि मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया विभाग द्वारा नियमित रूप से ऑपरेशन की तारीखें नहीं दी जाती है जिसके चलते मेडिकल कॉलेज के अन्य विभागों के वरिष्ठ चिकित्सक भी उनसे परेशान रहते हैं।
क्योंकि जिन मरीजों के ऑपरेशन होने होते हैं उन्हें समय पर तारीख ना देने के चलते या तो डॉक्टरों को ऑपरेशन टालना पड़ता है या फिर उन्हें रेफर करना पड़ता है जिसके चलते उनकी शिकायत विजिलेंस को की गई थी।
एसपी विजिलेंस अंजुम आरा ने बताया कि डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ. गिरीश शर्मा के खिलाफ विजिलेंस के पास शिकायत मिली थी कि गिरीश शर्मा निजी अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं जिसके चलते कल बुधवार को विजिलेंस ने उन्हें रंगे हाथ निजी अस्पताल में सेवाएं देते पकड़ा है।
विजिलेंस अंजुम आरा ने बताया कि उन्हें अब कोर्ट में पेश किया जाएगा। मजेदार बात तो यह है वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रिंसिपल डॉक्टर एनके महेंद्रू को पता नहीं है कि एनेस्थीसिया में सेवाएं देने वाले डॉक्टर निजी अस्पतालों में भी सेवाएं देते हैं।
मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल के मुताबिक कल यानी बुधवार को एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ. गिरीश शर्मा ड्यूटी पर थे , जबकि स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उन्हें सोलन के निजी अस्पताल में सेवाएं देते हुई रंगेहाथ पकड़ा है।
सूचना है की डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिकतर डॉक्टर सोलन और चंडीगढ़ से प्रतिदिन अपनी सेवाएं देने आते हैं जबकि मेडिकल रूल्स के मुताबिक डॉक्टरों को अपना स्टेशन नहीं छोड़ना होता है बावजूद इसके भी मेडिकल कॉलेज का डॉक्टर चंडीगढ़ और सोलन से अप डाउन करते हैं।