विपक्ष बोला, भाजपा सरकार ने कर्ज ले ले कर बेच डाला हिमाचल
शीतकालीन सत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष में गहमा गहमी
कांग्रेसी विधायकों ने किया वॉकआउट
हिमाचल प्रदेश भिधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज प्रश्नकाल के तुरंत बाद कांग्रेस हिमाचल बेचने का मुद्दा उठाया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्वाइंट आफ आर्डर के तहत कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पहले कर्ज ले रही है।
यही नहीं उन्होंने कहा कि कर्ज लेने के बाद पर्यटन विकास निगम की संपत्तियों को बेचा जा रहा है। इस दौरान उन्होंने मंडी स्थित कन्वेंशन हाल, जंजैहली स्थित संस्कृति केंद्र, गक्यारीघाट होटल का जिक्र भी किया।
नेता प्रतिपक्ष अग्निहोत्री जब सदन में अपनी बात रख रहे थे कि सत्तापक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज खड़े होकर विपक्ष के आरोप को नकार रहे थे। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों की ओर से शोर-शराबा शुरू हो गया। कांग्रेस के सभी विधायक खड़े हो गए।
पहली पंक्ति में मुकेश अग्निहोत्री आशा कुमारी और रामलाल ठाकुर हाथ में दस्तावेज लेकर लहरा रहे थे। इसके बाद विरोध स्वरूप सभी कांग्रेसी विधायक सदन के बीचों बीच आकर नारेबाजी करने लगे।
प्रदेश की संपत्तियां बेचने के विषय पर जल शक्ति मंत्री अपना वक्तव्य देने लगे थे कि विपक्ष की ओर से विरोध स्वरूप जोरदार हंगामा शुरू हुआ। शोर-शराबे के बीच में सदन में महेंद्र सिंह ने संपत्तियों के बारे में जानकारी दी इस बीच समूचा विपक्ष विधानसभा से वाकआउट कर गया।
समय पर नहीं पहुंचे कांग्रेस के विधायक
प्रश्नकाल शुरू होने के बाद कांग्रेस विधायक सतपाल सिंह रायजादा समय पर नहीं पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार द्वारा प्रश्न को स्थगित किया गया।
भाजपा विधायक विशाल नेहरिया द्वारा धर्मशाला में राशन के तीन डिपो बंद करने के संबंध में सवाल किया। इस सवाल के उत्तर में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि प्रदेश में 72 दुकानें ऐसी हैं। जिनको लेकर 16 अप्रैल 2019 को निदेशक मंडल की बैठक में बंद करने का निर्णय लिया गया था।
जिसमें से 13 दुकानें बंद हो चुकी हैं। निगम की उचित मूल्य की दुकानों में निगम का सरकारी कर्मचारी काम करता है। यह खाद्य नागरिक आपूर्ति दुकाने अब किसी निजी व्यक्ति संस्था या पंचायत को आवंटित की जाएगी।