शिलाई के लानी मिडल स्कूल को पांच साल में नसीब नहीं हुई छत, खुले आसमान के नीचे पढ़ रहे मासूम
विधानसभा क्षेत्र शिलाई की ग्राम पंचायत टटियाना में मिडल स्कूल लानी को पांच साल के इंतजार के बाद भी छत नसीब नहीं हुई है। परिणाम स्वरूप मासूम खुले आसमान के नीचे पढ़ने के लिए मजबूर हैं। स्कूल प्रबंधन समिति ने सरकार से जल्द से जल्द ईमारत के लिए धन मुहैया करवाने की मांग की है।
इस बारे में मिडल स्कूल लानी के स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार अभिभावक दीपचंद, राजेश धीमान, जालम सिंह, इन्दर सिंह और मदन सिंह ने बताया कि यहां मिडल स्कूल लीना में छात्रों को बिठाने के लिए उचित व्यवस्था नहीं है। हालंकि स्कूल निजी भवन में चल रहा है। लेकिन इसमें भी पर्याप्त कमरे उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने बताया कि विद्यालय में 3 कक्षाएं चलती है। जिसके लिए कम से कम तीन कमरे कक्षाओं के लिए और दो कमरे प्रशासनिक कार्यालय के लिए आवश्यक हैं। जब मौसम साफ रहता है तो छात्र बाहर खुले मैदान में तपती धूप में बैठकर पढ़ाई करते हैं। जब मौसम खराब होता है तो आंगन में कक्षाएं लगाई जाती हैं।
एसएमसी अध्यक्ष अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि ग्रामीण इलाकों में शिक्षा व्यवस्था की हालत खराब है। इस स्कूल में 40 बच्चे पढ़ते हैं जबकि मात्र एक अध्यापक है कम से कम एक और अध्यापक की आवश्यकता है। लेकिन प्रदेश सरकार शिक्षा की ओर ध्यान नहीं दे रही है। मजबूरन अभिभावक शहरी क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मिडिल स्कूल 5 साल पहले खोला गया था 2 साल पहले इसकी इमारत के लिए जमीन उपलब्ध करवा दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद बजट के अभाव में यहां इमारत नहीं बन पाई।
उन्होंने प्रदेश सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द बजट का प्रावधान करवाया जाए ताकि यहां कमरों में कक्षाएं लगाकर व्यवस्था को सुचारू बनाया जा सके।