श्री पूर्णानंद जी महाराज की पुण्यतिथी पर श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ
पांवटा साहिब के गिरीपार क्षेत्र की ग्राम पंचायत भरली-आगरो स्थित सुप्रसिद्ध श्री पूर्णानंद आश्रम धौलीढांग में अनंत विभूषित क्षेत्रीय संत ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 श्री पूर्णानंद जी महाराज की चौथी पुण्यतिथी के अवसर पर 2 सितंबर से 9 सितंबर तक दोपहर 1 बजे से सांय 4 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है।
जिसमें देश के सुप्रसिद्ध कथा व्यास श्री प्रकाश चैतन्य द्वारा समस्त भक्तों को कथामृत रसपान कराया जा रहा है। गुरासां धौलीढांग के गद्दीआसीन संत श्री श्यामानंद जी महाराज सहित समस्त संतो के सानिध्य में आयोजित इस कथा का सीधा प्रसारण दिशा टी.वी. चैनल के साथ ही दिशा टी.वी. फेसबुक पेज व प्रकाश चैतन्य यू-ट्यूब पेज पर भी किया जा रहा है।
प्रथम दिवस पर कथा व्यास श्री प्रकाश चैतन्य जी ने श्रीमद्भागवत कथा की महिमा का बखान करते हुए बताया कि पिछले जन्मों के पुण्य कर्मों के कारण ही जीवमात्र को कथा श्रवण का सौभाग्य मिलता है। शुकदेव जी द्वारा भागवत ग्रंथ की संरचना की कथा का बखान करते हुए बताया कि कलिकाल में केवलमात्र भागवत कथा ही मनुष्य व पितृ तारणी है।
गुरासां धौलीढांग के महंत श्री श्यामानंद जी महाराज सहित गुमान सिंह तोमर, चतर सिंह चौहान, पंछीराम तोमर, सुमेरचंद देवा तथा प्रवीण चौहान आदि आश्रम ट्रस्ट के पदाधिकारीगण ने बताया कि समस्त गुरूभक्तों के सहयोग से यह आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें आसपास के क्षेत्र सहित पड़ोसी राज्यों से भी सैंकड़ों की तादात में भक्तगण व संतगण यहां प्रतिदिन पहुंच रहे हैं जिनके ठहरने व खाने पीने का सारा इंतज़ाम आश्रम समीति की ओर से किया जा रहा है।