सतौन में गंदे नाले से युवक का रेस्क्यू, पत्रकार संजय कंवर बने मददगार
मानसिक रूप से बीमार दिनेश को मिली नई उम्मीद
सतौन में डेढ़ साल से गंदे नाले में रह रहे एक युवक की जिंदगी में अब नई रोशनी आई है। पत्रकार संजय कंवर ने उसे रेस्क्यू कर मदद का हाथ बढ़ाया।
सतौन बस स्टैंड के पास सब्जी मंडी के पीछे एक पुलिया है। वहां से गंदा पानी बहता है। संजय को दोस्त ने बताया कि वहां एक युवक लंबे समय से रह रहा है। संजय तुरंत बलवीर सिंह ओली के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिया के पास युवक नहीं मिला। फिर खोजने पर वह सीह खड्ड में झाड़ियों के बीच बैठा दिखा। आसपास कूड़ा बिखरा था। उसके कपड़े गंदे थे और दुर्गंध फैल रही थी।
संजय ने युवक से बात की। उसने अपना नाम दिनेश बताया। इसके अलावा वह कुछ नहीं बता सका। उसकी हालत देखकर संजय ने उसे तुरंत बाहर निकाला।
दिनेश को बाजार लाया गया। वहां उसे खाना खिलाया गया। दुकानदारों ने बताया कि वह डेढ़ साल से नाले के पास रहता था। लोग कभी-कभी उसे खाना दे देते थे।
संजय ने अपनी गाड़ी से दिनेश को तारूवाला के एक सेंटर में पहुंचाया। वहां से एसडीएम की अनुमति के बाद उसे अपना घर आश्रम भेजा जाएगा।
यह घटना मानवता की मिसाल है। दिनेश की हालत देखकर संजय ने बिना देर किए मदद की। अब दिनेश को बेहतर जिंदगी की उम्मीद मिली है।
स्थानीय लोगों ने भी संजय की तारीफ की। उनका कहना है कि ऐसी पहल से समाज में बदलाव आता है। दिनेश जैसे लोगों को सहारा मिलना जरूरी है।
सतौन में यह पहला मामला नहीं है। पहले भी कई लोग ऐसी हालत में मिले हैं। प्रशासन से ऐसी स्थिति पर ध्यान देने की मांग उठी है।
संजय कंवर का यह कदम सराहनीय है। उनकी कोशिश से एक इंसान को नया जीवन मिलेगा। अब दिनेश के भविष्य की जिम्मेदारी सेंटर और आश्रम पर है।