सिरमौर के शहरी रैन बसेरों में बेसहारा व्यक्तियों को आश्रय की है उपयुक्त व्यवस्था : डीसी
उपायुक्त आरकेगौतम ने कहा कि जिला में शहरी विकास विभाग द्वारा संचालित सभी रैन बसेरों में निराश्रितों व बेसहारा व्यक्तियों के लिये रात्रि ठहराव की उपयुक्त व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में निराश्रितों को आश्रय प्रदान करने के उद्देश्य से उपमण्डल स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में निगरानी समितियों का गठन किया गया है और जिला में ये समितियां सक्रिय तौर पर कार्य कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि समितियों को निर्देश जारी किये गए हैं कि वे अपने संबंधित क्षेत्रों में रात्रि के समय पुलिस के साथ गश्त करें और यदि कोई बेसहारा व्यक्ति पाया जाता है तो तुरंत उसे रैन बसेरा में आश्रय प्रदान किया जाए।
उपायुक्त ने आम जनमानस से भी अपील की है कि यदि कोई भी व्यक्ति सड़क किनारे अथवा अन्य किसी स्थान पर निराश्रित पाया जाता है, तो उसे तुरंत से रैन बसेरा तक पहुंचाने में मदद करें अथवा इस संबंध में टाॅल फ्री नम्बर 112 व 1077 पर सूचित किया जाए।
उधर, पावंटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि पांवटा साहिब के अंतर्गत स्थानीय नगर परिषद द्वारा संचालित रैन बसेरा में किसी भी बेसहारा व्यक्ति को रात को ठहरने की पूर्ण व्यवस्था है।
रैन बसेरा भवन के प्रथम तल पर एक हाॅल में 20 बिस्तर लगे हैं जिनमें रजाई, तलाई, कंबल इत्यादि की उपयुक्त व्यवस्था है। रैन बसेरा में कोई भी बेसहारा अथवा निराश्रित व्यक्ति सुविधाजनक रात्रि गुजार सकता है।
उन्होंने कहा कि इसी भवन के धरातल में चार और कमरों की मुरम्मत का कार्य प्रगति पर है और यह कार्य अगले 10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिये उन्होंने संबंधित विभाग को निर्देश भी जारी किये हैं।
नगर परिषद पांवटा साहिब के कार्यकारी अधिकारी अजमेर ठाकुर ने कहा कि पांवटा स्थित रैन बसेरा के समीप भूमि खाली पड़ी हुई है जिसपर नगर परिषद द्वारा एक कैफेटेरिया का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
कैफेटेरिया के निर्माण से रैन बसेरा को किसी प्रकार का अवरोध नहीं होगा, बल्कि रैन बसेरा में रूकने वालों के लिये भी एक अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद परिक्षेत्र के अंतर्गत कोई भी निराश्रित व्यक्ति बाहर सड़क किनारे न रहे, इस बात को सुनिश्चित करने के लिये उन्होंने अपने कर्मचारियों को लिखित तौर पर भी निर्देश जारी किये हैं।