हाटी महामंथन में हुआ फैसला : अब नही चलेंगे कोरे आश्वासन
पांवटा साहिब में आज केंद्रीय हाटी समिति और सभी उपसमितियों के पदाधिकारियों की एक अहम् बैठक आयोजित हुई जिसमे स्पष्ट किया गया कि हाटी जनजातीय दर्जा की मांग पर अब आश्वासन नही चलेंगे बल्कि निर्णय चाहिए।
इस बैठक में शिलाई मे 26 फरवरी को होने जा रही महाखुमली को लेकर भी रणनीति बनी और उसके बाद के आगामी स्टेप उठाने पर भी विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही इस बैठक में एक हाई पावर कमेटी का गठन भी किया गया है।
इस कमेटी में केंद्रीय कार्यकारिणी के साथ साथ सभी यूनिटों से दो दो पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। बैठक के दौरान युवाओं का सरकार, नेताओं, विशेषकर सांसद सुरेश कश्यप के प्रति रोश स्पष्ट दिखाई दिया।
बैठक के बाद केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष डॉ. अमीचंद कमल ने कहा कि गिरिपार के हाटी जनजातीय क्षेत्र की मांग के मुद्दे पर कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी है। हक़ की लड़ाई का ये मुद्दा 144 ग्राम पंचायत की 3 लाख जनता के हक़ से जुड़ा हुआ हैं।
अब, गिरिपार के हर घर हर चूल्हे से उठने वाली चिंगारी ज्वाला का रूप चुकी हैं। दशकों से चल रहे इस मुद्दे के आंदोलन की अलख विधानसभा से लेकर दिल्ली संसद तक पहुंचेगी। केंद्रीय समिति के महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने कहा कि अब सभी औपचारिकताओं को पूरा कर दिया है।
जनप्रतिनिधियों को मुद्दे को लेकर ओर गंभीर होने होगा। अपना मत व मंशा साफ करें। क्षेत्र के युवा अब उग्र हो रहे हैं, हर ब्लॉक, उपमंडल से लेकर विधानसभा घेराव तक पर भी बैठक में विचार मंथन किया गया है।
बैठक में 26 फरवरी को शिलाई में व उसके बाद पझोता में होने वाली खुमली व आगामी रणनीति पर विचार मंथन हुआ। इनमें सांसद, विधायक व पूर्व विधायक को भी आमंत्रित किया जाएगा।
वहीं, पांवटा ईकाई अध्यक्ष ओपी चौहान सहित हरिराम शास्त्री, जिला परिषद सदस्य मामराज शर्मा व शिमला में युवाओं को हाटी समीति से जोड़ने और अन्य कार्य मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले युवा प्रदीप सिंगटा ने कहा कि हाटी मुद्दे पर कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी है।
अब बहुत हुआ, अब हाटी मुद्दे का झंडा व डंडा दिल्ली तक पहुंचेगा। आंदोलन में महिला शक्ति अग्रणी रहेगी। आंदोलन की रुपरेखा बन गई है। हरिराम शास्त्री ने दो टूक कहा कि अब ऐसे नेताओं को क्षेत्र में घुसने नही दिया जाएगा, जो हाटी मुद्दे को लेकर पूर्ण रूप से साथ ही नही हैं। किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दे, किसी भी वर्ग व जाति का कोई भी हक़ नही मारा जाएगा।
इससे पहले, बैठक में सांसद सुरेश कश्यप के ढुलमुल रवैये से युवा खासे नजर आए। कहा गया कि 6 माह के भीतर कोई ठोस परिणाम नही आये तो हर राजनीतिक पार्टी से तकरार रहेगी। इस मुद्दे को लेकर कोई भी जाति नही व पार्टी नही, केवल सब मिलकर हाटी हैं।
वक्ताओ ने कहा कि हमारे देवता शिरगुल व पीर महाराज एक साथ मिलकर हाटी की असली लड़ाई लडेंगे। हर महिला व युवा तक हाटी मुद्दे की जानकारी व हर घर हर चूल्हे तक आंदोलन की अलख पहुंचेगी।
इस मौके पर पर जय प्रकाश चौहान, वेद प्रकाश ठाकुर, जगत चौहान, ओपी चौहान, हरिराम शास्त्री, प्रदीप सिंगटा, सुरेंद्र हिंदुस्तानी, मामराज शर्मा, केदार सिंह ठाकुर, रमेश वर्मा, रमेश नेगी, लायक राम , शिवानन्द शर्मा, प्रताप तोमर, श्याम, वीरेंद्र ठाकुर, अतर सिंह, गुमान वर्मा, देवेन्द्र वर्मा व जगत तोमर आदि मौजूद रहे।