हिमाचल की बेटियों के लिए खुशखबरी: सुक्खू सरकार ने शादी में शगुन को लेकर बदले नियम! क्या होगा नया देखें रिपोर्ट
हिमाचल की बेटियों के लिए खुशखबरी: हिमाचल प्रदेश सरकार ने बीपीएल परिवार की लड़कियों के लिए एक नई और सराहनीय योजना की शुरुआत की है।
हिमाचल की बेटियों के लिए खुशखबरी: सुक्खू सरकार ने शादी में शगुन को लेकर बदले नियम! क्या होगा नया देखें रिपोर्ट
इस योजना के तहत, अगर कोई बीपीएल परिवार की लड़की गैर हिमाचली लड़के से शादी करती है, तो भी उसे वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
यह नया नियम शगुन योजना के अंतर्गत लागू होता है, जिसमें पहले यह प्रावधान नहीं था।
इस नवीन पहल का मुख्य उद्देश्य बीपीएल परिवारों की बेटियों को विवाह के लिए आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना है। इससे उन परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपनी बेटियों की शादी के लिए धन की कमी से जूझ रहे हैं।
विशेष रूप से, शगुन योजना के तहत, प्रत्येक बीपीएल परिवार की लड़की को विवाह के लिए 31,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत निर्धन परिवारों में जन्मी लड़कियों को विवाह के लिए 51,000 रुपए की सहायता प्रदान की जाती है। हालांकि, इस योजना में दोनों पक्षों का हिमाचली होना आवश्यक है।
इस नई योजना के तहत, विशेष रूप से जो लड़कियां अनाथ हैं, या जिनके माता-पिता जीवित नहीं हैं, लापता हैं, या जो शारीरिक या मानसिक रूप से असमर्थ हैं, उन्हें विशेष तौर पर सहायता प्रदान की जाएगी।
यह योजना उन बेसहारा लड़कियों के लिए भी है जो हिमाचल की स्थायी निवासी हैं, जिनके पिता का निधन हो चुका है, या जो शारीरिक या मानसिक रूप से असमर्थ हैं, या जो परित्यक्त या तलाकशुदा महिलाओं की पुत्रियां हैं।
यह योजना न केवल आर्थिक मदद प्रदान करती है, बल्कि यह उन महिलाओं के लिए समाज में सम्मान और सुरक्षा का भी संदेश देती है, जो वित्तीय या सामाजिक बाधाओं का सामना कर रही हैं।
इस प्रकार, हिमाचल सरकार ने इस नई योजना के माध्यम से बीपीएल परिवारों की बेटियों के लिए एक उज्ज्वल और सुरक्षित भविष्य की नींव रखी है।
इस नई योजना के माध्यम से, हिमाचल सरकार ने यह दिखाया है कि वह समाज के सभी वर्गों के कल्याण और विकास के प्रति प्रतिबद्ध है, और यह कि उनकी भलाई के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस तरह की पहल समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करती है और वंचित समुदायों को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है।