हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में रविवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रदेश के साथ-साथ देश के कोने-कोने से श्रद्धालु शक्तिपीठों में शीश नवाने पहुंचे थे।
ज्वालामुखी मंदिर, बज्रेश्वरी माता मंदिर, चामुंडा माता मंदिर, नैना देवी मंदिर, चिंतपूर्णी मंदिर सहित बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में एक लाख से अधिक श्रद्धालु नमस्तक हुए।
सबसे अधिक बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र माह मेलों के दौरान 35 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किये। वहीँ, माता नैना देवी जी मंदिर में भी 25 हजार श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचे।
इसके अलावा ज्वालामुखी मंदिर में 12 हजार, बज्रेश्वरी माता मंदिर में चार हजार और चामुंडा माता मंदिर में पांच हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाया।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य प्रदेशों से हज़ारों भक्त विश्वविख्यात शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर में माँ का आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंचे थे।
शक्तिपीठों में रविवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो चुका था जो कि देर शाम तक जारी रहा। वही आज सोमवार के दिन भी सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की कतारें लगी हुई है।