हिमाचल के स्कूलों में विश्व पृथ्वी दिवस 2025 पर कार्यशाला का आयोजन….
हिमाचल प्रदेश मे विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर हिमाचल प्रदेश के तीन स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यह पहल युवाओं में प्रकृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक सार्थक प्रयास है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार और प्रयास सोसाइटी सिरमौर के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम 22 अप्रैल को हुआ। शिमला और चंबा जिले के स्कूलों ने इसमें हिस्सा लिया। पीएम श्री जीएमएसएसएस कुपवी, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तीसा और जीएसएसएस कलोटी में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रयास सोसाइटी के सचिव धीरज रमोल ने बताया कि हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इस बार कार्यशाला में प्रकृति की सैर, मानव श्रृंखला और स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रम हुए। बच्चों ने प्रश्नोत्तरी और स्लोगन प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझाना था। बच्चों को टिकाऊ भविष्य के लिए प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की जरूरत बताई गई। स्कूलों में आयोजित गतिविधियों ने छात्रों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना जगाई।
तीनों स्कूलों में बच्चों ने रचनात्मक तरीके से अपनी प्रतिभा दिखाई। प्रतियोगिताओं में विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिए गए। प्रयास सोसाइटी ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की। यह आयोजन बच्चों के लिए प्रेरणादायक रहा।
धीरज रमोल ने कहा कि ऐसी पहल भविष्य की पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाती है। कार्यशाला में शामिल शिक्षकों और छात्रों ने इसकी सफलता पर खुशी जताई। उन्होंने इसे सामुदायिक जागरूकता का एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
हिमाचल के इन स्कूलों में आयोजित कार्यशाला पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। यह बच्चों को प्रकृति के साथ जुड़ने और उसकी रक्षा करने की प्रेरणा देता है। भविष्य में भी ऐसे आयोजन जारी रहने की उम्मीद है।