हिमाचल प्रदेश: चोटियों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि और तूफान से तबाही, 7 जिलों में ऑरेंज अलर्ट….
हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिज़ाज बिगड़ा क्यूंकि, प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई है, जबकि मैदानी इलाकों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और तूफान ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
शिमला में अंधेरा, चम्बा में मकान की छत उड़ी
राजधानी शिमला में शुक्रवार सुबह ओलावृष्टि और बारिश के चलते अंधेरा छा गया। चम्बा जिले के सलूणी क्षेत्र में तेज आंधी से एक मकान की छत उड़ गई।
भूस्खलन से हाईवे पर संकट
सिरमौर जिले के पांवटा साहिब-शिलाई एनएच-707 पर उत्तरी गांव के पास भूस्खलन हुआ। यहां काम कर रहे मजदूरों और राहगीरों ने भागकर जान बचाई। एक कार वहीं खड़ी थी, लेकिन सौभाग्य से उसमें कोई मौजूद नहीं था।
कई जगह तेज बारिश और तूफान
राज्य के कई हिस्सों में बारिश और आंधी ने कहर बरपाया। शिमला में 2 मिमी, सोलन में 4 मिमी, सुंदरनगर और भुंतर में 1-1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
राजगढ़ में 7, जुब्बड़हट्टी में 5, कसौली व बल्द्वाड़ा में 4-4 सेंटीमीटर बारिश दर्ज हुई।
तेज हवाओं से लोग सहमे
बिलासपुर, नेरी, सेओबाग, बजौरा और ताबो में 50 से 61 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। शिमला और बिलासपुर में ओलावृष्टि के साथ मेघ गर्जना भी हुई।
ऊंचे इलाकों में हिमपात
लाहौल, रोहतांग दर्रा और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और ठंडक बढ़ गई है।
5 जून तक मौसम रहेगा खराब
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 5 जून तक राज्य का मौसम खराब बना रहेगा।
1 जून को कांगड़ा, मंडी, चम्बा और कुल्लू में ऑरेंज अलर्ट है।
2 जून को सोलन, शिमला और सिरमौर में भारी बारिश और आंधी की आशंका है।
3 जून तक अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
लोगों को एहतियात बरतने की सलाह
प्रशासन ने लोगों को यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लेने, कमजोर संरचनाओं से दूर रहने और आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने की अपील की है।
हिमाचल में मौसम का यह बदलाव न सिर्फ जनजीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए भी खतरा बना हुआ है। सतर्कता ही सुरक्षा है।