हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़: 3 करोड़ की संपत्ति जब्त
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान में बड़ी कामयाबी हासिल की है, जिसमे कांगड़ा के नूरपुर में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरोह का पर्दाफाश हुआ। छह आरोपियों को गिरफ्तार कर 3 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है ।

पुलिस ने 1.15 करोड़ नकद, 192 ग्राम सोना और चांदी बरामद की। दो लग्जरी कारें, 52.52 लाख की फिक्स्ड डिपॉजिट, बीमा पॉलिसियां और दस्तावेज भी जब्त हुए। जांच में गिरोह के दुबई कनेक्शन का खुलासा हुआ।

डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई नशा विरोधी रणनीति का हिस्सा है। 27 अक्टूबर 2024 को इन्दौरा में 262 ग्राम हेरोइन के साथ कुशल सिंह पकड़ा गया। इसके बाद जांच ने गिरोह को उजागर किया।
8 अप्रैल को अंकुर कुमार और 13 अप्रैल को राज कुमार उर्फ मोहित गिरफ्तार हुए। 15 अप्रैल को आकाश कुमार और 17 अप्रैल को मोहित सिंह उर्फ टोनी को पकड़ा गया। ये सभी संगठित नेटवर्क का हिस्सा थे।
16 अप्रैल को सरेला गांव में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकदी और सोना मिला। पुलिस ने दो मोबाइल फोन और संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद किए। यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था।
डीजीपी के मुताबिक, गिरोह का सरगना विशाल फरार है। वह पहले 1.04 करोड़ की हेरोइन के साथ पकड़ा जा चुका है। वर्तमान में वह जमानत पर है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है।
पुलिस अब अवैध संपत्तियों की और जांच कर रही है। संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। डीजीपी ने कहा कि नशा कारोबार को जड़ से खत्म करने का अभियान जारी रहेगा।
यह कार्रवाई हिमाचल पुलिस की सतर्कता और समन्वित प्रयासों का नतीजा है। नशे के खिलाफ यह लड़ाई प्रदेश में और तेज होगी।