हिमाचल में सड़कों पर उतरी आंगनवाड़ी वर्कर्स, प्रदर्शन कर जताया विरोध
कहा, जितना भी अब तक मिला, आज तक लड़कर ही हासिल हुआ
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन, उठाई विभिन्न मांगे
देवभूमि हिमाचल प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को आंगनवाड़ी वर्कर्स सड़कों पर उतरी और प्रदर्शन कर अपना विरोध प्रकट किया। आंगनवाड़ी वर्करों का कहना था कि आज तक सरकार ने जितना कुछ भी दिया, वह सब धरने प्रर्दशन कर लड़कर ही हासिल हुआ। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आज हजारों आंगनवाड़ी वर्करों ने अपना रोष जाहिर लिया।
इसी के तहत सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन व पांवटा साहिब में भी आंगनवाड़ी वर्करों ने रोष रैलियां निकाली। आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के बैनर तले सड़कों पर उतर मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। बस स्टैंड से लेकर डीसी कार्यालय तक महिलाओं ने यह रैली निकाली। इस बीच यूनियन ने एक मांग पत्र प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को डीसी सिरमौर के माध्यम से भेजा है।
नाहन आंगनबाड़ी यूनियन की महासचिव शीला ठाकुर ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की पिछले लंबे समय से अनदेखी हो रही है और कार्यकर्ताओं की मांगों की तरफ कोई ध्यान सरकार द्वारा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जो भी काम सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं, वह बखूबी निभा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों का जिक्र करते हुए उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि प्री प्राइमरी कक्षाओं के लिए सिर्फ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ही नियुक्त किया जाए, क्योंकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को छोटे बच्चों को पढ़ाने का लंबा अनुभव है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि हरियाणा सरकार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर को मासिक मानदेय दिया जाए।
वहीं दूसरी तरफ पांवटा साहिब में भी अपनी मांगों को लेकर आंगनवाड़ी की कार्यकर्ताओं ने पांवटा साहिब के एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा। इससे पूर्व आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेलपर यूनियन द्वारा अग्रसेन चौक से होते हुए मुख्य बाजार व एसडीएम कार्यालय तक रोष रैली निकाली गई।