होला मोहल्ला के अवसर पर पंज प्यारों की अगुवाई में निकला भव्य नगर कीर्तन..
इस दौरान उत्तर भारत से बड़ी तादात में पहुंचती है संगत..
गुरु की नगरी पांवटा साहिब मे 338 वें होला मोहल्ला के अवसर पर गुरूवार को भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। कीर्तन की अगुवाई गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब से पंज प्यारों ने की।
दोपहर करीब डेढ़ बजे गुरुद्वारा साहिब से निकले इस नगर कीर्तन मे भारी तादात मे संगत मौजूद रही। यह नगर कीर्तन मुख्य बाजार से होते हुए बाल्मीकि चौक, वाई प्वायंट, शमशेरपुर तथा बद्रीपुर पंहुचेगा। वहां से वापिस गुरुद्वारा साहिब मे देर शाम इसका समापन होगा।
इस नगर कीर्तन मे पांवटा साहिब के स्कूलों व काॅलेज के बच्चे भी शामिल हुए। स्थानीय गतका पार्टी ने अपने हेरतअंगेज करतब दिखाकर सभी को अचंभित किया।
सिख समुदाय के विभिन्न संगठनो ने भी इस कीर्तन मे अपनी हाजिरी भरी। एक भव्य व सुंदर पालकी मे गुरु ग्रंथ साहब को सजाकर नगर कीर्तन का आयोजन हुआ। इस दौरान ट्रेफिक व्यवस्था मे रुकावट न हो इसके लिए पुलिस ने व्यापक प्रबंध किए हुए थे।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि इस अवसर पर पांवटा नगर को भव्य तरीके से सजाया गया है। वहीं नगर कीर्तन मे भाग लेने वालों की सेवा के लिये भक्तों ने जलपान व प्रसाद्व के जगह जगह स्टाल लगाकर सेवा की।
उल्लेखनीय है कि यह आयोजन कई दशकों से प्रतिवर्ष गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पांवटा साहिब द्वारा भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है।
होला मोहल्ला मौके पर गुरुद्वारे मे कंई महत्वपूर्ण कार्यक्रम होते है। पंजाब सहित उतर भारत के विभिन्न राज्यों से भारी संख्या मे संगते पांवटा साहिब पंहुचती है। संगत यहां पर माथा टेकने के बाद गुरुद्वारा श्री कपाल मोचन बिलासपुर हरियाणा मे भी शीष नवाने जाते है।
इस मौके पर गुरुद्वारा साहिब मे विशेष लंगर का आयोजन किया जाता है। संगत के ठहरने की भी प्रबंधक कमेटी ने उचित व्यवस्था की होती है।