26 मई को सिरमौर के सरकारी और निजी स्कूलों में चलेगा ये बड़ा अभियान…
डीसी सिरमौर रामकुमार गौतम ने बैठक के दौरान दी अहम जानकारी
जिला सिरमौर में 26 मई 2022 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जाएगा तथा इस अवसर पर जिला के सभी सरकारी व निजी स्कूलों तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी।
यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने उपायुक्त कार्यालय के सभागार में स्वास्थ्य एवं परीवार कल्याण, महिला एवं बाल कल्याण व शिक्षा विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अधयक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाने का उद्देश्य 1 से 19 वर्ष के छोटे बच्चों और युवाओं को स्कूलों और आंगनवाड़ी केन्द्रों की सहायता से कृमि मुक्त करना है ताकि उनका स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा बेहतर रहे।
बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी खंड चिकित्सा अधिकारी 20 मई तक अपने-अपने चिकित्सा खंड के सभी स्कूलों के बच्चों की श्रेणी वार सूची तैयार करें।
इसके लिए शिक्षा विभाग के उपनिदेशक सभी स्कूलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, खंड स्रोत समन्वयक तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी के साथ मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु रूपरेखा तैयार करें।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर सफल बनाने हेतु विद्यालय के शिक्षकों को आवश्यक ट्रेनिंग एवं दिशा निर्देश जारी करें।
उपायुक्त ने बताया कि इस कार्य में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा वर्कर की सेवाएं भी ली जाएंगी, जोकि बच्चों के अभिभावकों को जागरूक करने के साथ सूचियां तैयार करने व निर्धारित तारीख को खुराक से वंचित बच्चों का ब्यौरा तैयार करेंगी।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 02 से 05 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक देंगी और उसका रिकार्ड दर्ज करेंगी। इसी प्रकार, स्कूलों के अध्यापक बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक देंगे और हाजरी रजिस्टर में दर्ज करेंगे।
उन्होंने बताया कि 01-02 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी खुराक दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, आशा वर्कर द्वारा स्कूल न जाने वाले बच्चों को खुराक दिलवाने के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरूकता फैलाई जाएगी।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को 24 तारीख तक सभी शिक्षण संस्थानों में दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने इस उद्देश्य को सफल बनाने के लिए जिला के पंचायत प्रतिनिधियों से अपने क्षेत्रो में आशा कार्यकर्ताओं को सहयोग करने की अपील करते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए की कोई भी बच्चा इस खुराक से न छूटे।