40 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए पूर्व वरिष्ठ जज गौरव शर्मा बर्खास्त
हाइकोर्ट की विभागीय जांच उपरांत राज्यपाल ने दी स्वीकृति
राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (विजिलेंस) मंडी की टीम द्वारा 31 जनवरी 2017 को 40 हजार की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए सुंदरनगर कोर्ट के वतिष्ठ जज को बर्खास्त कर दिया गया है।
गृह विभाग ने इस बाबत पूर्व में हाइकोर्ट द्वारा आरोपी जज के विरुद्ध विभागीय जांच की गई और राज्यपाल को बर्खास्तगी के लिए अनुशसा की गई जिसे राज्यपाल ने स्वीकृति प्रदान की। अब जिस पर गृह विभाग ने अंतिम मोहर लगते हुए बर्खास्तगी की अधिसूचना जारी कर दी है।
विजिलेंस की टीम ने 31 जनवरी 2017 को हिमाचल प्रदेश के मंडी के सुंदरनगर की कोर्ट में कार्यरत अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (एसीजेएम) गौरव शर्मा को 40000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था।
विजिलेंस ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था। आरोप था कि गौरव ने एनआइ एक्ट (चेक बाउंस से संबंधित) के दो मामलो में प्रार्थी से 40000 रुपये की मांग की थी।
जिस पर प्राथी ने विजलेंस को शिकायत की।जिस पर देर शाम शाम रिश्वत के पैसे लेते ही विजिलेंस ने गौरव को पकड़ लिया। आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भी रखा गया था।
लेकिन मंडी में विशेष जज की अदालत ने तीसरे दिन जमानत दे दी थी। कोर्ट में लंबित मामले को जल्द निपटाने के लिए जज ने प्राथी को अपने चैंबर में बुलाया व 40 हजार रुपये मांगे। उसे अपना मोबाइल नंबर भी नोट करवाया।
कई दिन तक जब प्रार्थी ने कोई जवाब नहीं दिया तो जज गौरव ने खुद ही प्राथी से संपर्क कर दो दिन में सरकारी आवास पर शाम को 40 हजार रुपये पहुचाने की मांग कर दी। शिकायतकर्ता ने शिमला मुख्यालय में डीआइजी (विजिलेंस) अरविंद शारदा को पूरे मामले की जानकारी दी।
उन्होंने मंडी रेंज के पुलिस अधीक्षक विजिलेंस कपिल शर्मा को कार्रवाई करने का आदेश दिया।इससे पूर्व विजलेंस द्वारा चीफ जस्टिस को मामले से अवगत करवाया और अनुमति उपरांत डीएसपी अभिमन्यु वर्मा की अगुआई में 14 सदस्यीय टीम गठित की।
इसमें निरीक्षक राम देव, राज कुमार ,ओम प्रकाश, एसआइ संदीप, सुंदर सिह, एचसी हुकम सिह, रमेश, धर्मेद्र, महिला कांस्टेबल हेमलता, दया, पायलट हीरा लाल, राजस्व अधिकारी संजय कुमार, तहसीलदार मनोज कुमार ने सभी तथ्यों की छानबीन उपरांत जज को रिश्वत लेते हुए उनके सरकारी आवास से पकड़ा।
गौरव सुंदरनगर से पूर्व मनाली में भी सेवाएं दे चुके है। पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से सुंदरनगर में सेवाएं दे रहे थे। इस मामले की जांच का जिम्मा अब पुलिस अधीक्षक विजिलेंस कुल्लू एनके शर्मा को सौंपा गया था।