Achievement: चार साल की उम्र में हिमाचल के उदित ने खोई माँ! अब बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट
Achievement: रुकावट आती है सफलता की राहों में यह कौन नहीं जानता, फिर भी वह मंजिल पा ही लेता है जो कभी हार नहीं मानता।” जी हाँ, यही साबित कर दिखाया है हिमाचल के बेटे ने जिसने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है।
Achievement: चार साल की उम्र में हिमाचल के उदित ने खोई माँ! अब बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट
उदित पालसरा मंडी जिला के कोटली डवाहन गांव के रहने वाले है, जिन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर न केवल क्षेत्र का नाम रोशन किया है बल्कि परिजनों को भी गौरन्वान्वित कर दिया है।
चार साल की उम्र में खोई माँ
मात्र चार साल की उम्र में अपनी मां को खोने वाले उदित का बचपन संघर्ष भरा रहा। बचपन से ही उदित को माँ की कमी तो खलती थी लेकिन उनका परिवार ढाल बनकर उनके साथ खड़ा रहा।
इस दौरान पिता राजेश कुमार सहित बड़ी बहन रचना और दादी ने उदित का पालन-पोषण किया और उसे माँ की कमी महसूस नहीं होने दी।
भारती विद्यालय कोटली से पूरी की 12वीं तक की पढ़ाई
उदित का बचपन से ही सपना था कि वह भारतीय सेना में जाकर देश सेवा करे। इसके लिए उदित ने प्रारंभिक शिक्षा से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई आलोक भारती विद्यालय कोटली से पूरी की। इसके बाद उन्होंने मंडी कॉलेज से बीएससी की डिग्री हासिल की।
जिसके बाद वह भारतीय सेना में अफसर बनने की राह पर चल पड़े। इसके लिए उन्होंने परीक्षा दी जिसे पास कर उन्होंने देहरादून सेना अकादमी से अपना प्रशिक्षण पूरा किया और अब वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने है।
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