GST Campaign Update: 16 मई से जीएसटी को लेकर चलेगा ये बड़ा अभियान, फर्जी व्यापारियों की खैर नहीं
GST Campaign Update: केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) फर्जी GST पंजीकरण और फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के दावे करने वालों के खिलाफ दो महीने का विशेष अभियान चला रहा है।
GST Campaign Update: 16 मई से जीएसटी को लेकर चलेगा ये बड़ा अभियान, फर्जी व्यापारियों की खैर नहीं
इस अभियान के तहत, 16 मई से 15 जुलाई तक केंद्र और राज्यों के सभी कर विभाग संदिग्ध GST खातों की जांच करेंगे और फर्जी बिलों को GST नेटवर्क (GSTN) से बाहर करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
GST Campaign Update: इस अभियान के चलते, दिल्ली के बाजारों में चिंता बढ़ गई है। व्यापारी संगठन एक-दूसरे से चर्चा कर रहे हैं। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि अभियान के चलते बाजार में तनावपूर्ण माहौल है और ईमानदार व्यापारियों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
जेनुअन डीलर्स को परेशानी नहीं होनी चाहिए, फर्जी GST व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई
GST Campaign Update: केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) 16 मई से 15 जुलाई तक फर्जी GST पंजीकरण और फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के दावे करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने की योजना बना रहा है।
इस अभियान के तहत, संदिग्ध GST खातों की पहचान कर फर्जी बिलों को GST नेटवर्क (GSTN) के बाहर करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। यदि किसी टैक्सपेयर्स को काल्पनिक पाया जाता है, तो उसका पंजीकरण रद्द किया जा सकता है।
GST Campaign Update: व्यापारियों की चिंता
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि ऐसे अभियानों के चलते बाजार में तनावपूर्ण माहौल बनता है। वहीं, ईमानदार व्यापारी को छोटी-मोटी त्रुटियों पर प्रताड़ना सहनी पड़ती है।
GST Campaign Update: सीटीआई के पदाधिकारियों की सलाह
सीटीआई महासचिव विष्णु भार्गव और रमेश आहूजा ने सुझाव दिया कि फर्जी व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाने वाली प्रक्रिया को सुधारा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सरकार को ईमानदार व्यापारियों की सहायता करने के लिए नीतियां और प्रक्रियाओं में सुधार करने की आवश्यकता है।
इसके अतिरिक्त, वे सरकार से अपील करते हैं कि इसे बिना डर के चलने वाले व्यापारियों को निशाना बनाने के बजाय, फर्जी व्यापारियों पर फोकस करें।
आहूजा ने यह भी सुझाव दिया कि व्यापार जगत के साथ सरकार की एक बेहतर समझ बनाने के लिए नियमित रूप से बैठकें होनी चाहिए। इससे सरकार और व्यापार समुदाय के बीच एक सकारात्मक संवाद स्थापित होगा, और इससे विभिन्न मुद्दों पर सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा।
GST Campaign Update: आखिरकार, इस प्रकार, फर्जी GST व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करते समय सरकार को सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि ईमानदार व्यापारियों को कोई परेशानी न हो। सीटीआई के पदाधिकारियों द्वारा दिए गए सुझावों को ध्यान में रखते हुए, सरकार को निम्न कदम उठाने की आवश्यकता है:
फर्जी GST व्यापारियों की पहचान और ट्रैकिंग के लिए उच्च कोटि की तकनीक का उपयोग करें। ऐसा करने से सीटीआई प्राधिकरण ईमानदार व्यापारियों पर अनावश्यक दबाव कम कर सकेगा।
ईमानदार व्यापारियों के साथ सहयोग बढ़ाना और उनके सुझाव लेना। इससे व्यापार समुदाय के साथ सरकार के बीच एक सकारात्मक संवाद स्थापित होगा।
नियमित रूप से व्यापार जगत के साथ बैठकें आयोजित करें और उनकी समस्याओं का समाधान करने में सहायता करें। यह सरकार को व्यापारियों की चिंताओं को समझने में मदद करेगा।
कानूनी प्रक्रिया को सरल और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए कदम उठाएँ। इससे व्यापारियों को समझने में कम समय लगेगा और वे नियमों का पालन करने में सक्षम होंगे।
फर्जी व्यापारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें और ऐसे व्यक्तियों को सजा देने के लिए नियम और विनियमों को और मजबूत बनाएँ। इससे अन्य लोगों को भी फर्जी व्यापार करने से पहले सोचने पर मजबूर होंगे।
व्यापारियों को नई सरकारी नीतियों और कानूनों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए वेबिनार, कार्यशाला और सेमिनार आयोजित करें। इससे व्यापारियों को सही जानकारी मिलेगी और वे अपने व्यापार को नियमानुसार चला सकेंगे।
सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर फर्जी व्यापारियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाएँ। इससे लोग इन फर्जी व्यापारियों से बच सकेंगे और सही व्यापार के प्रति झुकाव बढ़ेगा।
नियमित रूप से टैक्स और नियमों की समीक्षा करें और उन्हें सरल और व्यावसायिक अनुकूल बनाने के लिए आवश्यक सुधार करें। इससे व्यापारियों की टैक्स और नियमों से जुड़ी परेशानियों को कम किया जा सकता है।
इन सभी कदमों को लागू करके, सरकार और सीटीआई फर्जी व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकते हैं, और व्यापारियों को ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से रोक सकते हैं।
इसके अलावा, व्यावसायिक समुदाय को और अधिक सकारात्मक और नियमानुसार व्यापार करने में प्रोत्साहित करके, इस समस्या को दीर्घकालिक रूप से हल किया जा सकता है।
ऐसा करने से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में विश्वसनीयता बढ़ेगी, और नियमानुसार व्यापार करने वाले व्यापारियों के लिए न्याय सुनिश्चित होगा।