Himachal Govt Decision: हिमाचल में आंगनवाड़ी केंद्रों को लेकर आई बड़ी ख़बर! प्रदेश के बच्चों से लिए सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला! एक क्लिक में देखें पूरी ख़बर
Himachal Govt Decision: आंगनबाड़ी केंद्रों में एक नई पहल की शुरुआत हो रही है। इस पहल के अंतर्गत, अब बच्चों को चीनी की बजाय शक्कर खिलाया जाएगा।
यह बदलाव पहले एक परीक्षण के तौर पर किया जा रहा है, और अगर यह सफल रहता है, तो इसे स्थायी रूप से लागू किया जाएगा।
Himachal Govt Decision: हिमाचल में आंगनवाड़ी केंद्रों को लेकर आई बड़ी ख़बर! प्रदेश के बच्चों से लिए सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला! एक क्लिक में देखें पूरी ख़बर
शक्कर को खाने में शामिल करने का मुख्य उद्देश्य है बच्चों को और अधिक पौष्टिक आहार प्रदान करना। शक्कर, जो कि पोषण तत्वों से भरपूर होती है, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक मानी जाती है।
इस नई योजना के अंतर्गत, प्रदेश के 18,925 आंगनबाड़ी केंद्रों में लाखों बच्चों को शक्कर उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यतः दलिया जैसे खाद्य पदार्थों में चीनी की जगह अब शक्कर का उपयोग होगा। सर्दी के मौसम में शक्कर के विशेष गुणों को मान्यता दी जाती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, अजय बदरेल ने बताया कि इस परिवर्तन को निदेशालय स्तर से ही मंजूरी मिली है। उन्होंने बताया कि यह बदलाव बच्चों के लिए लाभकारी साबित होगा।
आयुर्वेद के अनुसार, शक्कर के सेवन से बच्चों को अनेक लाभ हो सकते हैं। शक्कर का संतुलित और मात्रा में सेवन करने पर यह बच्चों को ऊर्जा प्रदान करता है और मस्तिष्क की क्रियाशीलता को बढ़ावा देता है। इससे बच्चों का मानसिक समर्थन भी मजबूत होता है।
शक्कर को आहार में संतुलित रूप से शामिल करने से बच्चों के भोजन को अधिक संतुलित और पौष्टिक बनाया जा सकता है।
छोटी मात्रा में शक्कर का सेवन पाचन शक्ति को उत्तेजित कर सकता है, जिससे खाद्य सामग्री को ठीक से पचा जा सकता है और बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।