Himachal News: एचपी शिवा परियोजना से बदलेगी बागवानों की तकदीर! 22 हेक्टेयर में रोपित किए जा रहे अमरूद के पौधे
Himachal News: बागवानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के उद्देश्य से चलाई जा रही हिमाचल प्रदेश सरकार की एचपी शिवा परियोजना के तहत द्रंग विस क्षेत्र के बड़ागांव के बागवान लाभान्वित होने जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इस परियोजना के तहत अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं तथा महिलाओं को बागवानी से जोड़ना है।
Himachal News: एचपी शिवा परियोजना से बदलेगी बागवानों की तकदीर! 22 हेक्टेयर में रोपित किए जा रहे अमरूद के पौधे
इसके तहत बागवानों को बगीचे लगाने के लिए उपयुक्त पौधे व अन्य सामग्री सहित सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी। बागवानों को अमरूद, नींबू, लीची व अनार की बेहतर किस्में उपलब्ध करवाई जा रही हैं। परियोजना निदेशक एच पी शिवा डाॅक्टर देवेंद्र ठाकुर व जिला उपनिदेशक डॉक्टर संजय गुप्ता ने बड़ागांव के कलस्टर में भूमि पूजन कर अमरूद का पोधा रोपित किया।
उन्होंने परियोजना से संबंधित अब तक के हुए कार्य का निरीक्षण कर उपस्थित बागवानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस परियोजना से बागवानों की दशा और दिशा बदलने वाली है। आज का बेरोजगार युवा अपनी आजीविका के लिए खेती बाड़ी छोड़कर शहरों का रुख कर रहे हैं। लेकिन जब उन्हें रोजगार का माध्यम अपने घर पर ही मिलेगा तो उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को जितना बागवान अपनी इच्छानुसार बढ़ा सकता है।
दिन भर की ताजा खबरों के अपडेट के लिए WhatsApp NewsGhat Media के इस लिंक को क्लिक कर चैनल को फ़ॉलो करें।
परियोजना के तहत बागवानों को आवश्यकतानुसार हर प्रकार सुविधाएं भी मुहैया करवाई जायेगी। इस परियोजना के तहत सिंचाई सुविधा के लिए सिंचाई टैंकों का निर्माण कर, टपक सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी वहीं जंगली जानवरों की रोकथाम के लिए पूरे क्षेत्र की सोलर बाड़ बंदी की जाएगी। जिला उपनिदेशक डॉक्टर संजय गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि जो सपना यहां के बागवानों ने देखा था आज वो पूरा होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बागवानों को जो भी समस्या आयेगी विभाग उसका समाधान करने के लिए प्रयासरत रहेगा। उन्होंने कहा कि बड़ा गांव के बागवानों को परियोजना के तहत अमरूद की ललिता, सफेदा व स्वेता किस्म के पौधे लगभग 22 हेक्टेयर में रोपित किए जायेंगें। इस कलस्टर में इस बार लगभग 8 हेक्टेयर भूमि में आठ हजार पौधे रोपित किए जा रहे हैं। जिसमें लगभग 50 बागवान लाभान्वित होने जा रहे हैं।