Himachal Pradesh School Education: हिमाचल में फाइनल एग्जाम में बाद भी नहीं होंगी छुट्टियां! बच्चों को स्कूल करना होगा ये काम! देखें क्या है सरकार के नए आदेश
Himachal Pradesh School Education: राज्य सरकार ने हाल ही में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नए एकेडमिक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह नई पहल, शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।
इसके अनुसार, छात्रों को परीक्षा के बाद भी स्कूल आना होगा। यह निर्देश विंटर और समर सीजन के दौरान लागू होंगे।
इन नए निर्देशों के तहत, छात्रों को पाठ्यक्रम के बाहर की गतिविधियों में भाग लेना होगा। इसमें पाठ्य चर्चा, सह पाठ्यक्रम गतिविधियां, हेल्थ एंड वेलनेस सत्र, और लाइब्रेरी संसाधनों का उपयोग शामिल है। विद्यार्थियों को गेस्ट लेक्चरर के साथ संवाद करने का अवसर भी मिलेगा।
सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों की प्रतिभा की पहचान और उन्हें उनके करियर चुनने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा, नए शैक्षणिक सत्र के पहले 15 दिनों में विशेष ध्यान हिंदी, अंग्रेजी, और गणित पर केंद्रित होगा। इन विषयों पर हर रोज पहले दो घंटे विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।
शिक्षक, छात्रों की लर्निंग आउटकम को ट्रैक करेंगे और कमजोर छात्रों को विशेष सहायता प्रदान करेंगे। इस अवधि के बाद, शिक्षक अभिभावकों के साथ मिलकर एक मीटिंग आयोजित करेंगे, जहां वे छात्रों की प्रगति और उपलब्धियों को साझा करेंगे।
इस पहले महीने की समाप्ति पर, आवश्यकता पड़ने पर एक पेरेंट-टीचर मीटिंग (PTM) भी आयोजित की जाएगी। इस दौरान शिक्षक विशेष रूप से भाषा और गणित के अध्ययन स्तर के आधार पर वर्ग को समूहों में विभाजित करेंगे।
भाषा में कम स्तर प्राप्त करने वाले छात्रों के साथ शिक्षक अधिक समय बिताएंगे और उन्हें विशेष सहायता प्रदान करेंगे। समझ के साथ पढ़ने वाले छात्रों को अन्य छात्रों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस प्रकार, यह नई एकेडमिक योजना न केवल शैक्षणिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि छात्रों के बीच सहयोग और आपसी सीखने की संस्कृति को भी मजबूत करेगी।
यह नया ढांचा शिक्षा प्रणाली में गहरे और अधिक व्यापक सुधारों का एक हिस्सा है, जिससे छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से बल्कि समग्र विकास के लिहाज से भी लाभ होगा।