Home Loan Rules Change: होम लोन धारकों के लिए बड़ी खुशखबरी! आरबीआई के इस नए नियम से कर्जदारों को मिलेगी बड़ी राहत! कैसे मिलेगी राहत देखें एक क्लिक पर
Home Loan Rules Change: अंतिम वर्ष ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी ने अधिकांश होमलोन की अवधि को बढ़ा दिया है। वास्तव में कुछ लोन धारको को अब रिटायरमेंट तक लोन का भुगतान करने की जरूरत पड़ रहा है।
वही जब ब्याज दर बढ़ती है तब बैंक आमतौर पर लोनधारकों को बढ़ती समान मासिक किस्तों (EMI) से बचाने के लिए लोन की अवधि बढ़ा देते हैं।
कभी-कभी ये एक्सटेंशन लंबी अवधि तक चलते हैं और हायर इंटरेस्ट ऑउटफ्लो के कारण कर्जदारों को नुकसान पहुंचाना शुरू हो जाता है।
ऐसे में लोन धारक के हित का ध्यान रखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में होम लोन लेने वालों के लिए रीपेमेंट नियमों का नया सेट लाया है, जो लोनधारकों को बड़ी राहत प्रदान करने वाला हैं।
Home Loan Rules Change: होम लोन धारकों के लिए बड़ी खुशखबरी! आरबीआई के इस नए नियम से कर्जदारों को मिलेगी बड़ी राहत! कैसे मिलेगी राहत देखें एक क्लिक पर
Home Loan Rules Change: ईएमआई बढ़ाएं या टेन्योर बढ़ाएं – सामान्य पैरामीटर क्या है?
वैसे होम लोन पर ब्याज बढ़ता है तब लोन धारक आमतौर पर ईएमआई बढ़ाने के बजाय लोन की अवधि यानी टेन्योर बढ़ाना पसंद करते हैं।
वही Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी कहते हैं कि अब तक ब्याज दर में बढ़ोतरी की स्थिति में लोन धारकों के लिए टेन्योर विस्तार डिफॉल्ट सेटिंग के रूप में रहा हैं।
आपके जानकारी के लिए बता दे कि लोन देने वाले बैंक अक्सर प्रत्येक लोन धारक की रीपेमेंट क्षमता की अलग से जांच करने के बजाय टेन्योर बढ़ाने जैसे निर्णय लागू किया जाता है।
सेबी-रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार और सहजमनी.कॉम के संस्थापक अभिषेक कुमार कहते हैं कि यह एक पुरानी परंपरा ताकि लोन धारकों को तुरंत ईएमआई में बढ़ोतरी का एहसास न हो।
वही टेन्योर बढ़ने की अपनी लागत होती है क्योंकि लोन धारक को ब्याज भुगतान के लिए बहुत अधिक पैसे चुकाना होता है, तब यह कम बोझ वाला प्रतीत होने वाला विकल्प भी लोनधारकों के लिए बहुत महंगा साबित हो जाता है।
इंडिया मॉर्गेज गारंटी कॉरपोरेशन (आईएमजीसी) के सीओओ अनुज शर्मा कहते हैं कि लोन की लंबी अवधि से कुल ब्याज भुगतान अधिक हो जाता है।
उधारकर्ता लंबी अवधि तक कर्ज में डूब जाता है, जो लोनधारक लोन टेन्योर के बजाय अपनी ईएमआई बढ़ाना चाहता है, उन्हें ऐसा करने के लिए लोन देने वाले बैंक के पास पहुंच बनाने की आवश्यकता होती है।
Home Loan Rules Change: आरबीआई के नए निर्देशों से क्या बदल गया है?
• आरबीआई ने 18 अगस्त 2023 को जारी एक सर्कुलर में लोन देने वालों बैंकों, संस्थानों से कहा कि वह लोन धारकों को या तो ईएमआई बढ़ाने या लोन टेन्योर बढ़ाने का ऑप्शन शीघ्र प्रदान करें, या फिर होम लोन पर ब्याज दरों को रीसेट करते समय दोनों ऑप्शन का एक साथ उपयोग करने का ऑप्शन दे।
• ब्याज रीसेट के समय लोनधारकों को एक निश्चित ब्याज दर पर स्विच करने का ऑप्शन प्रदान किया जाना चाहिए, तथा फ्लोटिंग से फिक्स्ड में स्विच करने के लिए सभी लागू शुल्कों का खुलासा लोन एक्सेप्टेंस लेटर करना चाहिए।
• लोन धारकों को लोन टेन्योर बढ़ाने या फिर ईएमआई में वृद्धि या फिर दोनों का ऑप्शन प्रदान किया जाना चाहिए ।
• लोन देने वाले बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टेन्योर में वृद्धि के परिणामस्वरूप नकारात्मक परिशोधन यानी इंटरेस्ट पेमेंट में विफलता पर शेष राशि को किसी भी तरह से बढ़ाना नही चाहिए।
Home Loan Rules Change: होम लोन पर आरबीआई का नया नियम आपकी कैसे मदद करेगा?
वर्तमान में ब्याज दर बढ़ने पर कर्जदारों को टेन्योर तथा ब्याज दर में चुनने का ऑप्शन मिलने वाला है, वही बैंकों को कर्जदारों को यह तय करने का मौका देना होगा कि वह अपने लोन की अवधि बढ़ाना चाहते हैं या फिर ईएमआई बढ़ाना चाहते हैं या फिर दोनों ऑप्शन को एक साथ चाहते है। जैसे ही बैंक इसका परिचालन शुरू करेंगे तो बारीकियां को एक्सप्रेस कर दिया जाएगा।