IGMC में अभी नहीं लगेगा OPD शुल्क! समिति की बैठक के बाद होगा अंतिम फैसला
राजधानी शिमला के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं चिकित्सालय (IGMC) में फिलहाल ओपीडी शुल्क नहीं वसूला जाएगा। अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
अस्पताल की ओर से जारी बयान में बताया गया कि 10 रुपये की ओपीडी फीस का प्रस्ताव विचाराधीन है। इस पर फैसला रोगी कल्याण समिति (आरकेएस) की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया जाएगा।
केवल ओपीडी शुल्क ही नहीं, अन्य उपभोक्ता शुल्कों को लेकर भी निर्णय इसी बैठक के बाद होगा। कार्यकारिणी की सहमति के बाद ही प्रस्ताव को आम सभा के सामने रखा जाएगा। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी मरीज से ओपीडी शुल्क नहीं लिया जाएगा।
हाल ही में राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पंजीकरण पर 10 रुपये शुल्क लेने की अधिसूचना जारी की थी। इसका उद्देश्य अस्पतालों की सेवाओं को बेहतर बनाना बताया गया है।
हालांकि IGMC प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वह सरकार के आदेश पर जल्दबाज़ी में कोई फैसला नहीं करेगा। सभी समितियों की मंजूरी जरूरी मानी गई है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी इस मामले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह निर्णय थोपने के बजाय स्थानीय आवश्यकताओं के आधार पर लिया है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह आदेश बाध्यकारी नहीं है। यदि कोई अस्पताल शुल्क नहीं लेना चाहता, तो उसे इसकी छूट है।
रोगी कल्याण समितियों में स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल होते हैं। इसलिए यह फैसला सामूहिक सहमति से लिया जाएगा। IGMC समेत अन्य अस्पतालों में ओपीडी शुल्क पर अंतिम निर्णय संबंधित समिति की बैठक के बाद ही होगा।