Loan NPA 2023: कब होता है लोन एनपीए, 3 तरह का होता है NPA, कर्जदार पर एनपीए का क्या असर होता है, पढ़ें पूरी जानकारी
Loan NPA 2023: अगर आपने लोन लिया है और आप उसे समय पर चुका नही पा रहे हैं। ऐसे में बैंक आपके लोन को एनपीए घोषित कर सकता है।
लेकिन कई बार हम इसी बात में उलझे रहते हैं कि एनपीए आखिर होता क्या है ? एनपीए कितनी तरह का होता है ? अगर लोन एनपीए हो जाए तो कर्जदार पर क्या असर पड़ता है ? आज हम यहां इसी बारे में बात करेंगे।
Loan NPA 2023: अगर किसी बैंक के कर्ज की किस्त 90 दिन यानी तीन महीने तक नहीं चुकाई जाती है तो उस कर्ज को एनपीए घोषित कर दिया जाता है। एनपीए बढ़ना किसी भी बैंक की सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। इसके साथ ही एनपीए कर्जदार के लिए भी मुश्किलें पैदा करता है।
Loan NPA 2023: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों के मुताबिक अगर किसी बैंक के कर्ज की किस्त 90 दिन यानी तीन महीने तक नहीं चुकाई जाती है तो उस कर्ज को एनपीए घोषित कर दिया जाता है। अन्य वित्तीय संस्थानों के मामले में यह सीमा 120 दिन है। बैंक इसे बैड लोन मानते हैं।
एनपीए बढ़ना किसी भी बैंक की सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। इसके साथ ही एनपीए कर्जदार के लिए भी मुश्किलें पैदा करता है। जानिए एनपीए कर्जदार को कैसे प्रभावित करता है ?
Loan NPA 2023: खराब हो जाता है सिबिल रिकॉर्ड
अगर कोई कर्जदार लगातार तीन महीने तक बैंक की किश्त नहीं चुका पाता है और उस कर्जदार का कर्ज एनपीए घोषित हो जाता है तो कर्ज लेने वाले की सिबिल रेटिंग खराब हो जाती है।
लोन लेने के लिए सिबिल रेटिंग अच्छी होना बहुत जरूरी है। सिबिल रेटिंग खराब होने पर ग्राहकों को किसी दूसरे बैंक से कर्ज लेने में दिक्कत होती है।
अगर आपको किसी तरह लोन मिल भी जाता है तो आपको उस लोन के लिए बहुत अधिक ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।
Loan NPA 2023: क्या आपको पता है एनपीए तीन प्रकार के होते हैं ?
जब भी हम एनपीए के बारे में पढ़ते या सुनते हैं तो लोगों को लगता है कि बैंक का पैसा डूब गया है। लेकिन ऐसा नहीं है। खाते को एनपीए घोषित करने पर बैंक को इसे तीन श्रेणियों में बांटना होता है।
घटिया संपत्तियां, संदिग्ध संपत्तियां और नुकसान वाली संपत्तियां। जब कोई ऋण खाता एक वर्ष के लिए अवमानक संपत्ति खाते की श्रेणी में रहता है, तो उसे संदिग्ध संपत्ति कहा जाता है। यदि ऋण वसूली की कोई आशा नहीं है तो इसे ‘हानिगत संपत्ति’ माना जाता है।
Loan NPA 2023: इसलिए नीलामी ही है अंतिम विकल्प
कर्जदार को कर्ज चुकाने के लिए बैंक द्वारा काफी समय दिया जाता है। लेकिन अगर कर्जदार फिर भी कर्ज नहीं चुका पाता है तो बैंक उसे रिमाइंडर और नोटिस भेजता है।
इसके बाद भी अगर कर्जदार कर्ज नहीं चुकाता है तो बैंक उसकी संपत्ति पर कब्जा कर लेता है और फिर उसे नीलाम कर देता है।
यानी बैंक कर्ज चुकाने के कई अवसर देता है, फिर भी भुगतान न करने की स्थिति में संपत्ति की नीलामी कर कर्ज की राशि वसूल की जाती है।