MSME Loan 2023: अब MSME को बिना गारंटी के मिलेगा पांच करोड़ तक का लोन, केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान, पढ़ें कैसे मिलेगा लाभ
MSME Loan 2023: हाल ही में सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योग (एमएसएमई) को सरकार ने बड़ी राहत प्रदान किया है। अब MSME क्रेडिट गारंटी स्कीम के माध्यम से अधिकतम दो करोड़ की जगह पर अब अधिकतम पांच करोड़ रुपए तक का लोन ले सकते है।
इस लोन के बदले लगने वाली फीस में भी एमएसएमई को राहत प्रदान किया गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में कहा है कि क्रेडिट गारंटी योजना में सुधार एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है, क्योंकि इससे एक नए भारत का विकास संभव होगा।
MSME Loan 2023: अब MSME को बिना गारंटी के मिलेगा पांच करोड़ तक का लोन, केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान, पढ़ें कैसे मिलेगा लाभ
MSME Loan 2023: एमएसई में ऋण के प्रवाह को बढ़ाने के लिए
बीते मंगलवार को एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में ट्वीट कर बताया कि एमएसई क्षेत्र को मजबूत करने के निरंतर प्रयासों के अंतर्गत, एमएसई में ऋण के प्रवाह को बढ़ाने के लिए क्रेडिट गारंटी योजना को और बेहतर नवीन रूप प्रदान किया गया है।
गारंटी की सीमा को दो करोड़ से बढ़ाकर पांच करोड़ रुपए कर दिया गया है। इसके साथ ही राणे के ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ”यह एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत करने के लिए हमारी सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है।”
MSME Loan 2023: नही देनी पड़ेगी लोन फीस
वर्तमान समय मे क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत लोन लेने के लिए एमएसएमई को अपनी पूरी परियोजना के साथ बैंक से संपर्क करने कि जरूरत पड़ता है। फिर बैंक परियोजना के मुताबिक लोन की मंजूरी प्रदान किया जाता है, और लोन की ब्याज दर वर्तमान समय में बैंकों पर निर्भर करता है, और इस लोन के बदले उद्यमी को सालाना लोन की फीस देने की जरूरत पड़ता है, जो लोन की रकम का 0.37 फीसद से लेकर 1.35 फीसद तक का रहता है।
MSME Loan 2023: क्या कहते है उद्यमी
आज के समय में लोन लेने के बदले उद्यमी को कोई गारंटी देने की आवश्यकता नही पड़ता है या फिर कुछ भी गिरवी नहीं रखना होता है। इसके साथ ही लोन की गारंटी सरकार ले लेती है, और क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत नए उद्यमी भी आज के समय में लोन ले सकते हैं, और क्रेडिट गारंटी स्कीम कोरोना काल में आरंभ की गई इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम से भिन्न है जो पिछले कई सालों से चले आ रही है, यह एक तरह का बेहतरीन क्रेडिट योजना है।
आपको बता दे कि उद्यमियों ने बताया कि पिछले दो-तीन सालों में औद्योगिक कच्चे माल की कीमतों में खासी बढ़ोतरी दर्ज किया गया है, और ऐसे में उनकी उत्पादन लागत पहले से बढ़ गई है और सरकार के इस फैसले से उन्हें काफी राहत मिलने की संभावना व्यक्त किया गया है।
MSME Loan 2023: नई व्यापार नीति से भी एमएसएमई को कैसे होगा फायदा
आपको बता दे कि छोटे उद्यमियों ने बताया कि गत 31 मार्च को घोषित होने वाले नई व्यापार नीति की मदद से उन्हें निर्यात करने में आसानी साबित होगा। पहले की तुलना में ई-कॉमर्स निर्यात उनके लिए फायदेमंद का सौदा साबित होने वाला है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन स्मॉल मीडियम इंटरप्राइजेज (फिस्मे) के महासचिव अनिल भारद्वाज ने बताया कि अभी कुरियर के माध्यम से निर्यात करने पर उद्यमियों को 18 फीसद का टैक्स लग जाता है जो नई नीति की घोषणा के बाद उसमें किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ई-कॉमर्स निर्यात को मुख्य निर्यात की श्रेणी में लाने से छोटे उद्यमियों के कारोबार में काफी बढ़ोतरी होने की संभावना है, और जेम्स व ज्वैलरी से लेकर शादी-ब्याह में पहने जाने वाली पोशाक तक का निर्यात आसानी से आज के समय में कर सकते हैं।
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