Paonta Sahib: आसन बैराज वेटलैंड विदेशी परिंदों की चहचहाहट से गुलजार! अब तक 117 प्रजातियों के पहुंचे हज़ारों पक्षी
Paonta Sahib: हिमाचल-उतराखंड की सीमा पर स्थित आसन बैराज वेटलैंड इन दिनों हर किसी के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। इसकी मुख्य वजह यहाँ चहचहाते प्रवासी परिंदे है। देहरादून और हिमाचल प्रदेश के पावंटा साहिब के बीच वेटलैंड में यह प्रवासी पक्षी हजारों मील दूर से यात्रा कर यहाँ पहुंचे है।
Paonta Sahib: आसन बैराज वेटलैंड विदेशी परिंदों की चहचहाहट से गुलजार! अब तक 117 प्रजातियों के पहुंचे हज़ारों पक्षी
वहीँ, देहरादून से संजय सौंधी के नेतृत्व में आई संयुक्त टीम ने आसन बैराज में प्रवासी परिंदों की गणना का कार्य भी पूरा कर लिया है। गणना के अनुसार, आसन बैराज में साइबेरियन समेत देश-विदेश से 117 प्रजातियों के 5225 मेहमान परिंदे यहाँ पहुंचे है।
झीलें व समुद्र जम जाने पर आते है मेहमान परिंदे
बता दें कि विदेशों में सर्दियों के मौसम में झीलें व समुद्र जम जाते हैं। जिस कारण हजारों मील दूर से प्रवासी परिंदे हर साल अक्टूबर और नवंबर में आसन झील में पहुंचना शुरू हो जाते हैं। यूरोप, चीन, मध्य एशिया, कजाकिस्तान व साईबेरिया आदि देशों के क्षेत्रों से यह परिन्दे यहाँ पहुँचते है और मार्च माह तक यहीं रहते हैं।
इन प्रजातियों के पहुंचे पक्षी
उधर, वन दरोगा आसन बैराज क्षेत्र उत्तराखंड प्रदीप सक्सेना ने कहा कि इस बार रेड क्रेस्टिड पोचार्ड के 878, रुडी शैलडक 716, गैडवाल 550, इरुशियन कूट 515, इरुशियन वेगन 488, कॉमन पोचार्ड 406, डफ्टिड डक 337, इंडियन स्पॉट बिल्ड डक 171, नार्दन शावलर 149 व कॉमन ग्रीन शैंक 100 पक्षी पहुंचे हैं।
सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
बता दें कि आसन बैराज वेटलैंड में विदेशी परिंदों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इनकी सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इतना ही नहीं वन विभाग के प्रशिक्षु भी बैराज क्षेत्र में गश्त करते है।
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