Paonta Sahib: पेंशनरों में सरकार के भेद भावपूर्ण फैसले पर भारी आक्रोश! देखें क्या है मुद्दे
Paonta Sahib: पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन पांवटा साहिब की बैठक अध्यक्ष डॉ. विपन कालिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पेंशनरों ने सरकार के पेंशन भुगतान को 9 तारीख़ को जारी करने के फैसले पर कड़ी नाराजगी जताई।
Paonta Sahib: पेंशनरों में सरकार के भेद भावपूर्ण फैसले पर भारी आक्रोश! देखें क्या है मुद्दे
महासचिव डॉ. टीपी सिंह ने कहा कि यह फैसला सरकार की असंवेदनशीलता का परिचायक है और पेंशनरों के साथ अन्याय है। डॉ. टी पी सिंह ने बताया कि सरकार 4% महंगाई भत्ते के 21 माह का एरियर और 12% की तीन किस्तों का भुगतान अभी तक नहीं कर पाई है।
जनवरी 2016 के बाद सेवा-निवृत्त हुए पेंशनरों का भी देय भुगतान लंबित है। पेंशनर्स लंबे समय से सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन केवल निराशा ही हाथ लग रही है।
8 सितम्बर 2022 के आदेशों का पालन नहीं
डॉ. टी पी सिंह ने कहा कि पिछली सरकार ने 8 सितंबर 2022 को पेंशन और परिवार पेंशन का निर्धारण मूल वेतन के 50% और 30% के आधार पर करने के आदेश दिए थे, जिससे पुराने पेंशनरों को लाभ मिलना था। लेकिन, दो साल से महालेखाकार कार्यालय में केस लंबित हैं और मौजूदा सरकार भी इस पर कोई निर्णय नहीं ले पा रही है।
चिकित्सा बिलों की अदायगी पर भी रोक
पेंशनरों के चिकित्सा बिलों की अदायगी भी वर्तमान सरकार के कार्यकाल में लगभग रुक गई है। पेंशनर जीवन के इस अंतिम पड़ाव में गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
जेसीसी का गठन नहीं, जायज़ हकों से वंचित
बैठक में बताया गया कि वर्तमान सरकार अपने दो साल के कार्यकाल में जेसीसी (संयुक्त परामर्श समिति) का गठन भी नहीं कर पाई है, जिससे पेंशनर अपने हक नहीं उठा पा रहे हैं। इस फैसले ने पेंशनरों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है।
कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों का घेराव करने का निर्णय
बैठक में पेंशनरों ने सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ प्रदेश कार्यकारिणी के कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों का घेराव करने का फैसला किया और इसका समर्थन किया।
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