Paonta Sahib: संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ले लगाया रक्तदान शिविर! 130 ने किया रक्तदान
Paonta Sahib: पांवटा साहिब में 24 अप्रैल 2024 को सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज के आदेश अनुसार आज संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सौजन्य से पांवटा साहिब में संत निरंकारी सत्संग भवन आदर्श कॉलोनी में 18वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 130 श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया।
इस रक्तदान कैंप का उद्घाटन मधुकर डोगरी शिवाजी स्पोर्ट्स क्लब एवं पार्षद वार्ड नंबर 10 द्वारा किया गया।
उन्होंने निरंकारी भक्तों के रक्तदान करने के उत्साह व श्रद्धा भावना की बहुत प्रशंसा करते हुए कहा कि श्रद्धालु बड़े ही सदभाव उत्साह से रक्तदान करते हैं।
सभी श्रद्धालु व रक्तदाता निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज के दिए आदेश की पालना करते हुए निरंतर श्रद्धाभाव से रक्तदान करके उसे भाव को धरितार्थ कर रहे हैं कि इंसानी खून नालियों में नहीं नडियों में बहाना चाहिए।
निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज रक्तदान के कैंप लगाकर संसार में अमन चैन और भाईचारे की स्थापना में एक बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं।
वह बिना किसी भेदभाव के संसार में हर वर्ग को परमात्मा के ज्ञान के साथ जोड़कर मानवता का कल्याण कर रहे हैं।
युग प्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन मानवता के कल्याण अर्थ समर्पित किया। उन्होंने ब्रह्म ज्ञान की दिव्या डाटा द्वारा मानव को मानव को जोड़कर प्रेम और मिठास की सदा बहने वाली निर्मल धारा को प्रवाहित कर हर हृदय में अपना स्थान बनाया।
प्रत्येक भक्त के जीवन को वास्तविक रूप में एक व्यवहारिक दिशा प्रदान की जिसके लिए मानवता उसकी सदैव ऋणी रहेगी।
उनकी इन्हीं दिव्या सिखलाईयों को वर्तमान में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज सत्य के प्रकाश पुंज रूप में प्रवाहित कर रहे हैं। जिसकी रोशनी से हर मानव अपने जीवन का सकारात्मक रूप में कल्याण कर रहा है।
युग दृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी द्वारा सन 1986 से आरंभ हुई। यह आज भी महा अभियान के रूप में आज अपने चरमोत्कर्ष पर है इन शिवरों से अभी तक 1331906 यूनिट रक्त महामानव मात्र की भलाई हेतु दिया जा चुका है और यह सेवाएं निरंतर जारी है।
इस मौके पर स्थानीय मुख सियाराम ने मुख्य अतिथि से मधुकर डोगरी और नहान मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर रचना ठाकुर वह इसकी टीम जिन्होंने रक्त एकत्रित किया, सभी रक्तदाताओं को धन्यवाद किया सबसे मिशन द्वारा मानवता के लिए किया जा रहे कर्मों की प्रशंसा की।
इस मुहिम में नहान सिरमौर के शिलाई रेणुका और आसपास के क्षेत्र की संतों ने अनेकों संस्थाओं से रक्तदाताओं से रक्तदान कर अपना योगदान दिया।