Paonta Sahib: सिरमौर के दिग्गज ऑफ स्पिनर गुरविंदर टोली ने ली रणजी से ली रिटायरमेंट! ये है क्रिकेटर टोली का क्रिकेट सफर
Paonta Sahib: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के दिग्गज ऑफ स्पिनर 41 वर्षीय गुरविंदर सिंह ने क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान कर दिया है।
Paonta Sahib: सिरमौर के दिग्गज ऑफ स्पिनर गुरविंदर टोली ने ली रणजी से ली रिटायरमेंट! ये है क्रिकेटर टोली का क्रिकेट सफर
बता दें कि रणजी ट्रॉफी में लगातार 14 साल हिमाचल के लिए खेले, हालाँकि उन्होंने अपने क्रिकेट में करियर काफी लेट शुरू किया पर अपने प्रदर्शन से हमेशा फैंस का दिल जीता है।
पांवटा साहिब के इस छोटे से गांव से रखते है संबंध
गुरविंदर सिंह टोल्ली पुत्र स्वर्गीय कश्मीर सिंह पांवटा साहिब के एक छोटे से गांव बहराल से हैं और उनकी स्कूल की पढ़ाई बहराल से ही हुई और कॉलेज की पढ़ाई पांवटा साहिब में की है।
2010 में राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर पहली बार खेले हिमाचल के लिए
वर्ष 2010 में राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता में अपने अच्छे प्रदशर्न के बलबूते उन्हें पहली बार हिमाचल के लिए खेलने का मौका मिला और अपने पहले ही मैच में उन्होंने 4 विकेट लिए।
उन्होंने हिमाचल का प्रतिनिधत्व 40 मैच में किया और इस दौरान उन्होंने कुल 121 विकेट झटके जो कि हिमाचल के किसी भी ऑफ स्पिनर के लिए सर्वाधिक हैं।
उनसे पहले ये रिकॉर्ड भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल चुके ऑफ स्पिनर सरनदीप सिंह के नाम था जिन्होने हिमाचल के लिए 82 विकेट लिए थे।
क्या कहते हैं सिरमौर के दिग्गज ऑफ स्पिनर
गुरविंदर सिंह टोल्ली ने कहा कि वैसे तो इस सफर को अलविदा कहना थोड़ा कठिन है, लेकिन मुझे यह भी यकीन है कि यह इसके लिए सही समय है। मुझे लगता है किसी युवा खिलाड़ी के लिए राज्य टीम में जगह खाली करने का यही समय है ।
अपने करियर के सबसे महत्वपूर्ण दिन
अपने क्रिकेट करियर के बारे में बात करते हुए गुरविंदर सिंह टोल्ली ने बताया कि उनके करियर में उनके पहले कोच मधुकर डोगरी का काफी बड़ा योगदान हैं जिन्होंने उनका हर कदम पर साथ दिया।
जब उन्होंने हिमाचल के लिए खेलने शुरू किया तब उनके कोच राजदीप कलसी थे जिनसे उन्होंने काफी कुछ सीखा।
भारतीय टीम के बैटिंग कोच विक्रम राठौर का भी बड़ा हाथ
विक्रम राठौर 2 साल हिमाचल क्रिकेट में कोच के रूप में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं । इस अवसर पर उन्होंने अपने वर्तमान कोच राजीव कुमार जो की वर्तमान में चैन्नई सुपर किंग के कोच भी हैं की बात करते हुए कहा कि उनकी कोचिंग बिलकुल नायब तरीके की है।
उन्होंने अपने रणजी के सफर को भावुक होकर बात करते हुए बताया कि सिरमौर के स्टार क्रिकेटर संग्राम सिंह जो कि रणजी के दिनों में उनके रूम मेट भी रहे, ने उन्हें क्रिकेट और उससे बाहर भी उनको बहुत कुछ सिखाया।
उन्होंने अनुराग ठाकुर और अरुण धूमल का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज हिमाचल क्रिकेट में जिन उंचाईओं को छू रहा है उसमे सबसे बड़ा योगदान उनका है।
इस अवसर पर उन्होंने सिरमौर क्रिकेट के अध्यक्ष अत्तर सिंह नेगी और सचिव राजेंदर सिंह बब्बी का विशेष रूप से धन्यवाद किया और कहा कि सिरमौर के क्रिकेट में अत्तर सिंह नेगी और सचिव राजेंदर सिंह बब्बी का योगदान अमूल्य है और आज उनको क्रिकेट में उन्हें जो हासिल हुआ वह इन दोनों की बदौलत है।
अत्तर सिंह नेगी और सचिव राजेंदर सिंह बब्बी सिरमौर के हर युवा क्रिकेटर के गेम को आगे ले जाने के भरकश प्रयास कर रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने एचपीसीए एसोसिएशन के सभी सदस्यों, कोचिंग स्टाफ, सपोर्ट स्टाफ, फिजियो, ट्रेनर ग्राउंड्समैन सबका धन्यवाद किया।