SMC शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी: दूर होगी शिक्षिकाओं की मायके में रहकर नौकरी करने की मजबूरी, सरकार ने दिए तबादला नीति बनाने के निर्देश
SMC शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी: हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में काम करने वाले 2,500 एसएमसी शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। अब इन शिक्षकों के तबादले हो सकेंगे, जिससे सैकड़ों शिक्षिकाओं को शादी के बाद मायके में रहकर नौकरी करने की बजाय ससुराल पहुंचने की राह आसान होगी।
SMC शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी: दूर होगी शिक्षिकाओं की मायके में रहकर नौकरी करने की मजबूरी, सरकार ने दिए तबादला नीति बनाने के निर्देश
एसएमसी शिक्षकों की नियुक्ति 2012 से हिमाचल प्रदेश के दुर्गम और दूरदराज के क्षेत्रों के स्कूलों में हो रही है। इन स्कूलों में नियमित शिक्षकों की कमी के कारण एसएमसी शिक्षकों को नियुक्त किया गया था। लेकिन इन शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया अभी तक नहीं हुई थी।
सोमवार को, एसएमसी शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मिलकर इस मामले को उठाया। मुख्यमंत्री ने शिक्षा सचिव अभिषेक जैन को एसएमसी शिक्षकों के लिए तबादला नीति बनाने के निर्देश दिए।
शिक्षिकाओं की मुश्किल दूर होने की उम्मीद
एसएमसी शिक्षिकाओं के लिए यह नई नीति एक बड़ी राहत हो सकती है। बहुत सी शिक्षिकाएं शादी के बाद भी अपने मायके में रहकर नौकरी कर रही हैं, क्योंकि वे अपने पति के घर जाने के बजाय दूरदराज के स्कूलों में पदस्थ होती हैं। इसके परिणामस्वरूप, वे अपने परिवारों से दूर रहती हैं और उन्हें सामाजिक दबाव भी सहना पड़ता है।
एसएमसी शिक्षक संघ की कार्यकारी अध्यक्ष संगीता राजपूत ने अपनी स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि वह नौ साल से सिरमौर जिले के एक दूरदराज क्षेत्र के स्कूल में काम कर रही हैं। इस कारण, वह अपने मायके में ही रहने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लोग अब उनसे पूछते हैं कि वे अपने ससुराल क्यों नहीं गईं।
इससे ज्यादा खुशी की बात क्या हो सकती है कि अब यह मुश्किलें जल्द ही समाप्त हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले पर सकारात्मक विचार करेगी और एसएमसी शिक्षकों के लिए तबादला नीति बनाने के प्रयास करेगी, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।