अलर्ट ! SEBI ने जारी किए क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े नए नियम
पढ़ें, आपके लिए जरूरी है इससे जुड़ी ये 6 काम की बातें…
क्रिप्टो करेंसी साल-दर-साल एक उभरता हुआ मुद्दा बनती जा रही है। जिसमें अधिकांश लोग बिना सोचे समझे बड़ी मात्रा में पैसा निवेश करते जा रहे हैं, और एक मोटी कमाई की उम्मीद कर रहे हैं।
लेकिन सरकार की एजेंसियां क्रिप्टो करेंसी को लेकर लगातार सख्त नजर आ रही है। भारतीय रिजर्व बैंक के बाद अब एक और नियामक एजेंसी ने क्रिप्टो को लेकर सख्त रुख दिखाया है।
हाल ही मे, शेयर बाजार नियामक (सेबी) ने साफ किया कि कि कोई भी म्यूचुअल फंड किसी क्रिप्टो करेंसी प्रोडक्ट में निवेश नहीं किया जा सकता। कुछ समय पहले सेबी द्वारा खुद क्रिप्टो से जुड़े एक न्यू फंड ऑफर को मंजूरी दी गई थी।
लेकिन सेबी ने अब साफ कर दिया है कि जब तक सरकार इस बारे में कोई स्पष्ट कानून नहीं बना देती तब तक क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा हुआ कोई न्यू फंड ऑफर नहीं आए।
आइए जाने SEBI के नए नियम
1. सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी द्वारा बताया गया है कि जब तक सरकार की तरफ से इस बारे में कोई स्पष्ट रेगुलेशन नहीं आ जाता कोई भी क्रिप्टो से जुड़ा म्यूचल फंड लॉन्च ना करें, और साथ ही स्पष्ट किया कि क्रिप्टो से जुड़े किसी फंड में भी निवेश ना करें।
असल में सेबी ने इसलिए सख्त कदम उठाया है क्योंकि सरकार की तरफ से क्रिप्टो को लेकर अभी कोई स्पष्ट रेगुलेशन नहीं आया है। इसके बाद भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश और ट्रेडिंग जारी है।
2. सेबी ने इनवेस्को कॉइन शेयर्स ग्लोबल ब्लॉकचेन ETF फंड को मंजूरी दी थी लेकिन उसने खुद इसकी लॉन्चिंग फिलहाल टाल दी है।
वर्ष 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टो करेंसी पर रोक भी लगाई गई थी और फिर यह मामला कोर्ट में चला गया और कोर्ट ने इसे रोक दिया। कोर्ट ने कहा कि इस बारे में सरकार ही कोई नियम बनाएं और अब यह मामला सरकार के हिस्से में आया है।
3. क्रिप्टो करेंसी का बिल संसद में अभी लंबित है इस बारे में कई तरह के अनुमान लगाएं जा रहे हैं कि सरकार इसको पूरी तरह से बेन कर सकती है, या इसे एक संपत्ति मानकर निवेश करने की अनुमति दे सकती है।
क्रिप्टो करेंसी को लेकर रिजर्व बैंक की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट में भी चिंता व्यक्त की है। इसमें तो यहां तक चेतावनी दी गई है कि इससे ग्राहकों का डाटा खतरे में पड़ सकता है और टेरर फाइनेंसिंग जैसी समस्या बढ़ सकती हैं।
4. हाल ही में 29 दिसंबर को जारी रिपोर्ट में कहा है कि क्रिप्टो करेंसी से फ्रॉड या स्कैम का खतरा है। यह करेंसी काफी संदिग्ध प्रकार की है जिससे इस में काफी उतार-चढ़ाव का जोखिम है।
5. क्रिप्टो करेंसी को लेकर देश में अभी कोई कानून नही होने के कारण सभी एक्सचेंज फायदा उठा रहे हैं। क्योंकि भारी संख्या में लोगों द्वारा एक्सचेंजेस पर क्रिप्टो करेंसी की खरीद फरोख्त की जाती है।
6. इंटरनेशनल मार्केट की बात की जाए तो मार्केट केैप के हिसाब से बिटकॉइन ने पूरे साल 2021 के दौरान करीब 65 फीसदी का रिटर्न दिया।
लेकिन इस साल का स्टार क्रिप्टो बिनांस होल्डिंग रहा है जिसने 1300 फीसदी की शानदार बढ़त हासिल की है। लेकिन कुल मिलाकर बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम से भरा हो सकता है। क्रिप्टो के बारे में सरकार द्वारा कोई कानून बनाने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
मनी9 की सलाह : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा है यदि आप क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट में पुराने निवेशक है तो मुनाफा वसूली कर सकते हैं।
यदि आप पहली बार क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं तो हमारी सलाह यह रहेगी कि अभी कुछ समय रुक जाएं, जब सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में स्थिति स्पष्ट हो जाए तब आपके लिए निवेश का एक अच्छा मौका होगा।