आज स्थापित हुआ दुर्गा पूजा का कलश, क्या है स्थापना की विधि
9 नहीं 8 दिन की होगी नवरात्रि, यह है शुभ मुहूर्त
7 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है नवरात्रि में 9 दिन श्रद्धालु देवी दुर्गा की नौ अलग-अलग रूप में पूजा करते।
बताया जा रहा है कि इस बार यह पूजा 7 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगी और 15 अक्टूबर को विजयदशमी का त्यौहार मनाया जाएगा।
दुर्गा पूजा में कलश स्थापना बहुत ही महत्वपूर्ण होती है और नक्षत्रों के अनुसार यह आज अर्थात 7 अक्टूबर को दुर्गा पूजा के लिए कलश स्थापित किया जायेगा।
9 नहीं 8 दिन की होगी नवरात्रि
आमतौर पर नवरात्रि का त्यौहार 9 दिन तक मनाया जाता है परंतु कई बार तिथियों के घटने बढ़ने की वजह से यह वह भी कम ज्यादा हो जाती है।
इस बार पंचमी और षष्ठी तिथि एक ही बार पड़ रही है इसलिए इस बार नवरात्रि पूजा 9 की जगह 8 दिन की होगी और 15 अक्टूबर को विजयदशमी का त्यौहार मनाया जाएगा।
यह है शुभ मुहूर्त
कलश स्थापना रात्रि के पूजन में एक महत्वपूर्ण कार्य होता है जो शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है नवरात्रि के प्रथम दिन पर स्थापना यानी कलश स्थापना के साथ देवी मां की पूजा शुरू की जाती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार 7 अक्टूबर को सुबह 6:10 से लेकर दोपहर 3:37 तक शुभ मुहूर्त रहेगा और यही कलश स्थापना का सबसे बेहतर समय होगा।
यह स्थापना की विधि
धर्म के जानकारों के अनुसार कलश स्थापना से पूर्व मंदिर की सफाई कर वहां लाल कपड़ा बिछाये और तांबे, पीतल या फिर मिट्टी के कलश का प्रयोग इसमें गंगा जल स्वच्छ पानी भरे।
इसके बाद इसमें सुपारी, इत्र, अक्षत आदि समग्री डालकर कलश पर आम के पांच पत्ते रखें तथा नारियल को रक्षा सूत्र की मदद से लाल चुनरी में लपेट कर पत्तों के ऊपर रखे तथा कलश के चारों ओर मिट्टी में ज्वारे और जौ के बीच रोपकर कलश की स्थापना करें।