ओह! मौत को गले लगाने से पहले पूर्व विधायक के क्या थे आखरी शब्द, पुलिस को मिला पत्र, पढ़ें पूरा मामला….
हिमाचल प्रदेश पुलिस को पूर्व विधायक मस्तराम की आत्महत्या के मामले जांच के दौरान पुलिस को सुसाइड नोट बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में पूर्व विधायक ने अपना दर्द बयां किया है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के करसोग विधानसभा क्षेत्र से दो बार कांग्रेस पार्टी के विधायक रह चुके मस्त राम ने नगर परिषद सुंदरनगर के एक निजी होटल में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। सोमवार को घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया। होटल मालिक ने मामले की सूचना पुलिस थाना को दी।
जांच के लिए डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार के नेतृत्व में होटल पहुंची पुलिस थाना बीएसएल कॉलोनी और सुंदरनगर की टीमों ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस ने आरएफएसएल मंडी की फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाकर जांच की है।
मंगलवार को मृतक मस्तराम (70) के शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज नेरचौक में करवाया है। दिनेश कुमार ने बताया कि मामले में पुलिस की जांच जारी है और पोस्टमार्टम व साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन की रिपोर्ट आने का इंतजार किया है। इसके बाद मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।
मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है और पूर्व विधायक मस्तराम ने अपनी मौत के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में विधायक ने लिखा है कि उनकी मौत के लिए मेरे परिवार और होटल वालों को परेशान न किया जाए।
अपनी मौत के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं। सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि उनके पास जो 7 हजार रुपये नकद हैं, वह उनकी पत्नी निर्मला को दे दी जाएं।
पूर्व विधायक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि अगर उनके कारण किसी भी प्रकार का कोई खर्च आए तो उनके परिवार से खर्च लिया जाए।
सुंदरनगर से कांग्रेस व भाजपा के नेताओं ने इस पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और परिवार को दुःख की घड़ी में हर संभव सहायता व सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया है।