कांग्रेस का मास्टरप्लान: हिमाचल में ऐसे बदलेगा चुनावी खेल का रुख! बागियों की वापसी के साथ मेजर सर्जरी की तैयारी
कांग्रेस का मास्टरप्लान: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी मिशन-2024 के लिए कमर कस रही है। पार्टी में एक बड़ी और महत्वपूर्ण सर्जरी की योजना बनाई जा रही है जिसके तहत संगठनात्मक परिवर्तन होंगे। इसके अनुसार, पार्टी से निष्कासित और दूसरे दलों में चले गए नेताओं को वापस लाने की योजना है।
संगठनात्मक सुधार के इस कदम में, विभिन्न नेता जो चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ गए थे और निर्दलीय या अन्य दलों का समर्थन किया था, उन्हें पार्टी में वापस लाया जाएगा।
इनमें चौपाल के पूर्व विधायक डॉ. सुभाष मंगलेट, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर, पूर्व सीपीएस जगजीवन पाल, बुद्धी सिंह, परसराम जैसे प्रमुख नेता शामिल हैं।
कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए एक सूची तैयार की है, जिसे अनुशासन समिति को भेजा जाएगा। अनुशासन समिति इन मामलों पर निर्णय लेगी और अनुशंसाओं को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सामने रखेगी।
इसके अलावा, पार्टी इन नेताओं से आवेदन भी मांग सकती है। पार्टी की यह कोशिश है कि जो लोग नाराज होकर पार्टी छोड़ गए थे, उन्हें वापस लाया जाए ताकि संगठन मजबूत हो सके और चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके।
कांग्रेस पार्टी इस बात को समझती है कि टिकट न मिलने या अन्य कारणों से नाराज होकर पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की वापसी से पार्टी की जमीनी स्थिति मजबूत होगी। इस बदलाव से पार्टी उम्मीद कर रही है कि आगामी चुनावों में वे अपने जनाधार के साथ पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे।
हिमाचल में पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद, पार्टी को उम्मीद है कि ये कदम उन्हें नए सिरे से संगठित करने और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद करेगा।
यह एक प्रकार से पार्टी के लिए नई शुरुआत का प्रयास है, जिसके माध्यम से वे मिशन-2024 को सफल बनाने की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।