घाटे से हिल गई मोदी सरकार, अब बाजार से लेगी कर्ज
कोरोना काल में यदि सबसे ज्यादा असर पड़ा है। तो वो राजस्व है, चाहे वह व्यक्ति का निजी राजस्व हो या सरकार का। फिलहाल दिल्ली से एक खबर निकल कर सामने आ रही है।
जिसमें घाटे में चल रही मोदी सरकार का चालू वित्त वर्ष अगस्त तक राजकोषीय घाटा 31.3% तक पहुंच गया है। आपको बता दें, सरकार इसकी भरपाई बाजार से कर्ज उधार लेकर करेगी।
राजस्व प्राप्ति 8,08,672 करोड़ तथा कुल व्यय 12,76,681 करोड़
अब आपको समझ आ गया होगा, कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं। इस महीने सरकार को कुल व्यय 12,76,681 करोड़ रुपये रहा।
जबकि कुल राजस्व प्राप्ति 8,08,672 करोड़ रुपये रही है। इस प्रकार सरकार को सीधे 4,68,009 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। यह आंकड़े वित्त मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में जारी किया है।
सरकार कर्ज लेने की तैयारी में
आपको बता दें, कि सरकार चालू वित्त वर्ष 2021 22 में राजस्व की कमी की भरपाई के लिए 5.03 लाख करोड़ का कर्ज लेकर महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
तो वही सरकार ने बांड जारी कर पहले ही 7.2 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। तो वहीं बजट 2021-22 के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सरकार का सकल कर्ज 12.05 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
जनता की जेब में इसका असर पड़ना स्वाभाविक है। सरकार ऋण लेकर अर्थव्यवस्था की डूबती नाव को खेने में कार्य में जुटी हुई है। बाकी परिणाम जल्द ही सामने होगा।