चूड़धार के साथ लगते बर्फीले जंगल में बिना कपड़ों के साधना में लीन है सन्यासी
आस्थास्थल चूड़धार में पहले भी तपस्या कर चुके हैं कईं सन्यासी
करीब 12,000 फुट ऊंची चूड़धार चोटी के साथ लगते बर्फीले जंगल में चारों तरफ बर्फ की मोटी परत के बीच एक सन्यासी द्वारा लगभग निर्वस्त्र साधना किए जाने का वीडियो सामने आया है।
दरअसल उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली चूड़धार चोटी के साथ लगे हिमालई जंगलों में इन दिनों जहां तक नजर जाए, बस बर्फ ही बर्फ और हाड़ गलाने वाली सर्दी है।
ऐसी विषम परिस्थितियों में चौरास के जंगल में खिलग नामक स्थान पर अपनी कुटिया के समीप खुले आसमान के नीचे यह साधू कठिन साधना कर रहा है। दो फुट से अधिक बर्फ में तपस्या मेक लीन साधू का नाम विश्वनन्द है और पहली बार इन्हे किसी ने ऐसे योग साधना करते देखा है।
कईं बार यह साधू नौहराधार स्थित शिव मंदिर में भी पूजा-अर्चना करते है और लोगों से काफी कम बात करते हैं। दरअसल एक स्थानीय युवक चौरास के बर्फीले जंगल से गुजर रहा था, जिसने साधु बर्फ के बीच तपस्या में लीन देख यह वीडियो बनाया।
इस दृष्य को देखकर ही वह भी हैरान रह गया, क्योंकि जंगल मे अकेले रह रहे इस साधू के बारे मे लोग ज्यादा नही जानते। करीब आधा घण्टे तक उसने साधू को बर्फ के बीच लीन देखा और कड़ाके की ठंड के चलते फिर वहां से बिना तपस्या भंग किए निकल गया।
साधू की आंखे बंद थी और ध्यान मुद्रा में उनके चहरे पर हाड़ कंपा देने वाली ठंड मे भी कोई परेशानी नही दिख रही थी।
क्षेत्रवासियों के अनुसार चूड़धार के जंगल मे पहले भी कईं ऋषि मुनि तपस्या कर चुके हैं, हालांकि एसा विडियो पहली बार सामने आया। बर्फीली ठंड एसे योगी सन्यासियों की साधना के आगे बेअसर दिखती है।
गौरतलब है कि, इन दिनों करीब 12 फुट बर्फ से ढके शिरगुल महाराज मंदिर परिसर चूड़धार में भी एक सन्यासी अपने शिष्य के साथ आश्रम मे रह रहे हैं।