दलित छात्रा के साथ दुष्कर्म-ब्लैकमेलिंग मामले में नाहन में जोरदार प्रदर्शन
बस स्टैंड से डीसी आफिस तक निकाली रैली, जमकर की नारेबाजी
अनुसूचित जाति एवं जनजाति संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बहुजन समाज ने जताया रोष
सिरमौर जिला के शिलाई कॉलेज की दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाली दलित छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बहुजन समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों ने जिला मुख्यालय नाहन में सोमवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान बहुजन समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों ने नाहन के मुख्य बस स्टैंड से लेकर डीसी कार्यालय तक एक रैली निकाली और छात्रा के साथ हुए इस दुष्कर्म के मामले के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति संयुक्त मोर्चा ने इस बीच डीसी सिरमौर को एक ज्ञापन सौंपकर जहां पुलिस की इस मामले में कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े किए, तो छात्रा के साथ दुष्कर्म मामले के आरोपी के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
मीडिया से बात करते हुए हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति संयुक्त मोर्चा ने आरोप लगाया कि शिलाई में दुष्कर्म मामले में पहले एफआईआर में देरी हुई। पीडि़ता की शिकायत तक फाड़ी गई।
इसके बाद जब अनुसूचित जाति मोर्चा सड़कों पर उतरा तो दो हफ्ते बाद इस मामले में गिरफ्तारी हुई। उन्होंने सवाल उठाए कि ऐसे मामलों में सड़कों पर उतरने के बाद ही क्या कार्रवाई संभव है।
पहले क्यों ऐसे मामलों में पुलिस व प्रशासन कार्रवाई नहीं करती। लिहाजा, इसको लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में समाज के पिछड़े लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं। आज माताएं व बहनें सुरक्षित नहींं है।
अनुसूचित जारी व जनजाति से जुड़े लोगों की कभी जमीनें छीनी जा रही है। लगातार उनके मान सम्मान को ठेस पहुंंचाई जा रही है। ऐसे मामलों में यदि तुरंत कार्रवाई नहीं होगी तो उग्र प्रदर्शन किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि एक छात्रा ने करीब 15 दिन पहले एक युवक पर आपत्तिजनक वीडियो व फोटो के माध्यम से ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए शिलाई पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया था।
पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी युवक फरार था, जिसकी तलाश के लिए पुलिस ने मीडिया में भी आरोपी की तस्वीर जारी की थी।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी को बीते रोज रविवार को उस वक्त पांवटा साहिब के बाता चौक से गिरफ्तार कर लिया, जब वह उत्तराखंड भागने की फिराक में था।