नीट सिलेबस में बदलाव से कोर्ट सख्त..
केंद्र सरकार को लगाई फटकार…
संविधान का सर्वोच्च संरक्षक भारत का उच्चतम न्यायालय एक बार पुनः केंद्र सरकार की नीतियों से नाखुश नजर आ रहा है कोर्ट ने पुनः केंद्र सरकार को फटकार लगाई है।
मसअला यह है कि केंद्र सरकार ने नीट के सिलेबस में अचानक से बदलाव किया है जिसको लेकर के कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि सत्ता के खेल में युवा डॉक्टरों को फुटबॉल ना बनाया जाये।
व्यवस्थाओं में सुधार है कैरियर के लिये महत्वपूर्ण….
मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस बीपी नागरत्न ने कहा कि हम इन डॉक्टरों को असंवेदनशील नौकरशाहों की दया पर नहीं छोड़ सकते कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि आप अपनी व्यवस्थाएं सुधारी है क्योंकि व्यवस्थाओं में सुधार उनके कैरियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को किया तलब…..
नाराज कोर्ट ने न सिर्फ केंद्र सरकार को फटकारा बल्कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को भी जवाब तलब किया है आपको बता दें कि कोर्ट ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को संबोधित करते हुए पूछा कि वह कर क्या रहा है ?
कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आप नोटिस जारी करते हैं और फिर पैटर्न में बदलाव कर देते हैं….?
गौरतलब है कि मेडिकल के छात्र सुपर स्पेशियल्टी कोर्स की तैयारी महीनों पहले ही शुरू कर देते हैं इसलिए अंतिम समय में पैटर्न में बदलाव करना उनके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
41 डॉक्टरों ने दी थी याचिका…
आपको बता दें कि नीट के सिलेबस में अचानक बदलाव से असंतुष्ट 41 पीजी क्वालीफाई डॉक्टरों ने सिलेबस में परीक्षा के 2 महीने पहले पैटर्न बदलने को लेकर कोर्ट में चुनौती दी थी जिस पर 20 सितंबर को कोर्ट ने नोटिस भी जारी किया था अब सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाने और अगले सोमवार को जवाब देने को कहा है।