पशुओं को लंपी त्वचा रोग से कैसे बचाएं, कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक डॉ. हर्षिता सूद ने दी जानकारी
कृषि विज्ञान केंद्र, सिरमौर द्वारा धौलाकुआं में लंपी त्वचा रोग पर एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र की पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. हर्षिता सूद ने उपस्थित किसानों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि यह वायरल रोग मवेशियों में तेजी से फैल रहा है।
मच्छर, मक्खी,जू, बीमार पशु की लार व दूषित खान-पान से पशुओं के बीच यह रोग फैलता है। इस रोग का कोई इलाज ना होने के कारण गौशाला की नियमित सफाई व पशुओं की सघन निगरानी ही इस रोग की रोकथाम व नियंत्रण का सबसे प्रभावी समाधान है l
पशुशाला को कीटाणु, मच्छर-मक्खी रहित व परिसर में जैव सुरक्षा उपायों के अपनाने पर जोर दिया गया। किसानों को इस बीमारी के लक्षण बचाव व उपचार के साथ साथ पशुओं के वैज्ञानिक रूप से प्रबंधन के बारे में मूलभूत जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
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पशुओं में इस बीमारी के कोई भी लक्षण दिखने पर पास के पशु चिकित्सालय व औषधालय से संपर्क करने की सलाह दी गई।
कृषि विज्ञान केंद्र, सिरमौर की पशुपालन वैज्ञानिक डॉ हर्षिता सूद ने बताया कि लंपी त्वचा रोग के प्रभावी नियंत्रण के लिए कृषि विज्ञान केंद्र प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता शिविरों का आयोजन करेगा ताकि नुक्सान को कम किया जा सके।
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