पांवटा साहिब में किसानों ने कृषि कानून वापिस लेने की खुशी में मनाया जश्न..
अभी किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ है : नॉटी
किसानो द्वारा चलाए गए किसान आंदोलन के बाद आज प्रधानमंत्री मोदी ने किसानो के खिलाफ तीन कृषि बिलों को वापस लेने का ऐलान किया है।
जिसके बाद देश के कई हिस्सों से किसानों द्वारा जश्न का माहौल है। हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में भी भारतीय किसान यूनियन एवं संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ता ने इस मौके पर जश्न मनाया।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष अनिंदर सिंह नॉटी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने आज अपने संबोधन में तीन कृषी बिल वापस लिए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन को फेल करने लाख कोशिश की किसानों पर लाठीचार्ज किया, आँसू गैस छोड़ी कई तरह के हथकंडे अपनाए लेकिन किसान सरकार के आगे नहीं झुके। बावजूद इसके किसानो ने अपने आंदोलन को सुचारू रूप से कायम रखा है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भी पांवटा साहिब से ही किसान आंदोलन की शुरुआत की। यहां के किसानों ने आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया। इसके परिणाम स्वरूप आज बिल वापस की घोषणा के बाद किसानों में खुशी का माहौल है।
किसान देश में एकजुट हो तो कोई भी फैसला बदला जा सकता है। चुनाव में हार के डर से प्रधानमंत्री ने तीनों कृषि क़ानूनों का वापस लिया है। किसानों की जीत देशवासीयों की जीत है।
इस मुख्य अवसर पर विशेष रूप से
अनिन्दर सिंह नॉटी, गुरजीत सिंह नंबरदार, गुरनाम सिंह बंगा, जसविंदर सिंह बिलिंग, अमरजीत सिंह बंगा, अर्जुन सिंह रमी, हनी सिंह मानक, महबूब अली, अमरजीत सिंह पिंकू, इंद्रजीत सिंह अज्जू, गुरनाम सिंह गामा, जितेंद्र सिंह राजा, एडवोकेट इंदरजीत सिंह, भूपेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह प्रितपाल सिंह हरीश चौधरी चरणजीत सिंह जैलदार, जगदीश चौधरी, सतबीर सिंह सत्तू, निशान सिंह लवली, मानसिंह, परमजीत सिंह बंगा, परमिंदर सिंह बंगा, गगनजोत सिंह, मनशब्द सिंह बिलिंग शामिल रहे।