पांवटा साहिब में रुकी विकास की गति, ठेकेदारों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
दिवाली से बकाया है भुगतान, 2017 से नही मिला जीएसटी रिफंड, अब M फार्म किया अनिवार्य
उपमंडल पांवटा साहिब में ठेकेदार एसोसिएशन ने अपनी मांगो को लेकर सरकारी विभागों के कार्यालय के बाहर जोरदार नारेबाजी की। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी।
ठेकेदार एसोसिएशन ने पूरे प्रदेश में 7 फरवरी से 22 फरवरी तक निर्माण कार्य को बंद करने का निर्णय लिया है साथ ही नये टेंडर का बहिष्कार किया है।
पांवटा साहिब ठेकेदार एसोसिएशन के सदस्य डीएस ठाकुर, राजेश बंसल, मोहकम सिंह, नंदलाल, तपेन्द्र सैनी, विकास शर्मा, दिनेश, रोहित चौधरी, मनोज चावला, शमशाद अली, नाजर, मंजीत आदि ने बताया की प्रदेश के ठेकेदारों को गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। उनके भुगतान दीवाली 2021 से लंबित है।
सरकार व विभाग ने बिलों के भुगतान के लिए पत्थर, गटका, ग्रिट, रेत आदि के लिए एक्स एम फार्म व एम फार्म अनिवार्य कर दिया गया है और जबकि आवश्यकता के अनुसार माइनिंग विभाग कार्यों को निष्पादित करने के लिए पर्याप्त मात्रा में एम फार्म जारी नहीं कर करते है।
उन्होंने कहा की 2017 से पहले के काम जीएसटी रिफंड भी पेंडिंग है। उन्होंने बताया की प्रदेश में विकास कार्यो में ठेकेदारों की अहम भूमिका होती है।
ठेकेदार एसोसिएशन के अधिकारियों और ठेकेदारों ने इन मुद्दों का प्रतिनिधित्व बार बार मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग जल शक्ति विभाग व मुख्यमंत्री के सामने किया और ठेकेदारों को इन मुद्दों के समाधान का आश्वासन दिया गया था।
लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी इन समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है। मजबूरन ठेकेदारों को 7 फरवरी से 22 फरवरी तक निर्माण कार्य को बंद करना पड़ा है।
एसोसिएशन ने निर्णय लिया है की प्रदेश में होने वालें ने टेंडर का ठेकेदार वहिष्कार करेंगे। ठेकेदार एसोसिएशन ने बताया की विभाग से पेमेंट ना मिलने के कारण मजदूरों की तनख्वाह नहीं दे पा रहे हैं साथ ही मशीनरी की किश्तें भी नहीं दे पा रहे है।
ठेकेदार एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को पांवटा साहिब जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग व नगर परिषद कार्यालय के बाहर जोरदार नारेबाजी की।