9 दिन बाद यूं हुआ बड़ा खुलासा, अब सरकार हुई सख्त…..
इन अस्पतालों के सीएमएस व एमएस के खिलाफ होगी एफआईआर…..
न्यूज़ घाट/देहरादून
एक निजी अस्पताल ने कोरोना मरीजों की मौत की जानकारी छिपाए रखी। 19 दिनों के बाद अस्पताल में 65 मरीजों की मौत का खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
मामला हरिद्वार स्थित बाबा बर्फानी अस्पताल का है, जहां अस्पताल प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी।
सरकार की ओर से पूर्व में भी कोरोना का इलाज कर रहे अस्पतालों को निर्देश दिए गए कि कोरोना मरीजों की मौत की सूचना 24 घंटे के भीतर राज्य कोविड कंट्रोल रूम को दें।
ये भी पढ़ें : पांवटा साहिब में एक महिला सहित तीन लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत
अलर्ट : सिरमौर सोलन सहित प्रदेश भर में कैसा रहेगा मौसम…
पेड़ से आम तोड़ने पर मासूम को किया लहुलुहान…
बाबा बर्फानी हॉस्पिटल में 25 अप्रैल से 12 मई तक उपचार के दौरान 65 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से इसकी सूचना राज्य कोविड कंट्रोल रूम को नहीं दी गई।
जांच पड़ताल के बाद अस्पताल प्रशासन ने कोरोना मरीजों की मौत का रिकॉर्ड स्वास्थ्य विभाग को दिया है।
राज्य कोविड कंट्रोल रूम के चीफ आपरेटिंग आफिसर डॉ अभिषेक त्रिपाठी का कहना है कि कोरोना मरीजों की मौत की सूचना समय पर न देने के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। जांच के बाद मरीजों की मौत की जानकारी सामने आई।
ये भी पढ़ें : जयराम कैबिनेट : कोरोना कर्फ्यू को लेकर बड़ा फैसला, बढ़ी पाबंदियां..
जयराम सरकार की लोगों से शादियां स्थगित करने की अपील, लिया ये अहम फैसला..
कोरोना महामारी के दौरान यूं आशा वर्करों का हो रहा शोषण….
कोरोना संक्रमित मरीजों की मौतें छिपाने वाले अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और चिकित्सा अधीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
मौतें छिपाने के मामले में उत्तराखंड सरकार ने सख्त फैसला लिया है। शनिवार को सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
ये भी पढ़ें : कोरोना संकट के बीच देहरादून में ब्लैक फंगस की दस्तक, पढ़ें क्यूं है ये खौफनाक…
कोरोना महामारी के चलते अब सिरमौर के दवा विक्रेताओं ने लिया ये फैसला….
एक साल तक अपनी ही नाबालिग बेटी को हवस का शिकार बनाता रहा हैवान….