मेडिकल कॉलेज में नई मशीन के साथ जल्द शुरू होगी सिटी स्कैन की सुविधा, लंबे अरसे से था इंतजार
128 स्लाईस सिटी स्कैन मशीन की लागत करीब 5 करोड़
मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगे दामों पर करवाना पड़ रहा था सिटी स्कैन
हिमाचल प्रदेश सरकार की लंबी फजीहत के बाद आखिरकार डा. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन को नई सिटी स्कैन मशीन मिल ही गई है। इस मसले पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की भी लंबे अरसे से किरकिरी हो रही थी। ऐसे में काफी लंबे अरसे से मरीजों को निजी अस्पतालों में मोटे दामों पर सिटी स्कैन करवाना पड़ रहा था। मगर अब जल्द ही मरीजों को मेडिकल कॉलेज में पुनः यह सुविधा मिलने जा रही है।
बता दें कि हाल ही में 128 स्लाईस की नई सिटी स्कैन मशीन मेडिकल कॉलेज में पहुंच चुकी है। इन दिनों इस मशीन के इंस्टोलेशन का कार्य चल रहा है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक लगभग 5 करोड़ रूपए की लागत से लगने वाली यह सिटी स्कैन मशीन हर प्रकार के सिटी स्कैन करने में सक्षम होगी और उम्मीद है कि महीने भर में मरीजों को पुनः सिटी स्कैन की सुविधा मिल जाएगी।
मेडिकल कॉलेज नाहन के मेडिकल अधीक्षक डा. श्याम कौशिक ने बताया कि बेहद ही अच्छी क्वालिटी के तहत 128 स्लाईस की सिटी स्कैन मशीन को लगाने का कार्य चल रहा है। उम्मीद है कि इंस्टोलेशन का यह कार्य 3 से 4 सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद लोगों को यह सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व मेडिकल कॉलेज में उस समय की टेक्नोलोजी के तहत भी सिटी स्कैन मशीन उपलब्ध थी, लेकिन अब जो नई मशीन आई है, वह बेहद अच्छी क्वालिटी की है, जिसके परिणाम भी बेहद अच्छे होंगे।
वहीं विधायक डा. राजीव बिंदल ने जयराम सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई 128 स्लाईस की नई सिटी स्कैन मशीन को दुनिया की बेहतरीन मशीन करार देते हुए इसके लिए प्रदेश की जयराम सरकार का आभार व्यक्त किया है। विधायक बिंदल ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि मशीन की इंस्टालेशन का कार्य चल रहा है और एक महीने के भीतर यह मशीन कार्यान्वित हो जाएगी। इलाकावासियों के लिए यह एक नायाब तोहफा होगा।
उल्लेखनीय है कि बता दें कि वर्ष 2007 में पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सिविल अस्पताल नाहन में सिटी स्कैन की सुविधा शुरू की गई थी, जिसका शुभारंभ यहां पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह ने किया था। वर्ष 2016 में सिविल अस्पताल की जगह इसे मेडिकल कॉलेज बना दिया गया। मगर अब तक पूर्व की वीरभद्र सरकार से स्थापित की गई सिटी स्कैन मशीन को ही मेडिकल कॉलेज ढोता आ रहा था।
यह मशीन भी सालों से खराब पड़ी थी। यहां तक की इसकी मरम्मत पर भी एक करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर दी गई। मगर सालों से यह भी पूरी तरह से ठप पड़ी थी। ऐसे में अब नई सिटी स्कैन मशीन उपलब्ध होने से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मेडिकल कॉलेज में सिटी स्कैन को लेकर बरसों से पेश आ रही समस्याओं से मरीजों को निजात मिल पाएगी।