विधानसभा के बाद विधान परिषद की तैयारियां जोरों पर
विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के बाद प्रशासन और विधान परिषद अर्थात एमएलसी की तैयारियों में जुट गया है राजनीतिक दलों के साथ दावेदारों ने अपनी चाल चलनी शुरू कर दी है।
बता दे निकाय प्रतिनिधियों की दलगत स्थिति को देखते हुए इस बार भी भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला देखा जाएगा।
इससे पहले फरवरी में ही एमएलसी चुनाव प्रक्रिया को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई थी लेकिन विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों की मांग पर इसे टाल दिया गया था
नए सिरे से हुई चुनावी घोषणा
बता दे एमएलसी का चुनाव पहले होना था लेकिन विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों के बीमार से इसे टाल दिया गया था जिसकी अब कवायद शुरू हो गई है सूचना के मुताबिक नामांकन 15 से 19 मार्च के बीच होंगे और 9 अप्रैल को मतदान होंगे तथा 12 अप्रैल को मतगणना होगी
2 जिलों के 5102 जनप्रतिनिधि लेंगे एमएलसी चुनाव में हिस्सा
आपकी जानकारी के लिए बता दें इस चुनाव में क्षेत्र के सांसद विधायक महापौर और पार्षद नगर पंचायत सदस्य जिला पंचायत सदस्य एवं ग्राम प्रधान हिस्सा लेंगे डीएम संजय कुमार खत्री ने बताया कि चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई है
बीजेपी और सपा के बीच होगी सीधी टक्कर
बता दे दोनों ही जिलों की नगर निकायों एवं पंचायत में बीजेपी तथा एसपी से ज्यादा सदस्य चुनकर पहुंचे हैं इससे पहले हुए पंचायती चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लाक प्रमुख के चुनाव में दोनों दल के बीच काफी रोचक मुकाबला भी था इसके अलावा दोनों जिलों की 15 विधानसभा क्षेत्रों में भी आठ बीजेपी तथा साथ सपा के पास है ऐसे में दोनों के बीच सीधा मुकाबला होना तय है
बनाए गए हैं 33 बूथ
सूचना के मुताबिक एमएलसी चुनाव मैं 33 बूथों पर मतदान होगा इसमें से 25 फुट प्रयागराज तथा आठ कौशांबी में जानकारी के लिए बता दे पहले 22 भूत ही थे जो कि इस बार तीन और बढ़ा दिया गया प्रयागराज में जिला पंचायत एवं नगर निगम के अलावा 23 ब्लॉक मुख्यालय में बूथ बनाए गए हैं।
प्रयागराज व कौशांबी में जीत से है एसपी में उत्साह
आपको बता दें इस बार पूरे कौशांबी में एसपी ने अपना झंडा लहरा दिया है यहां तीन में से तीनों सीटें समाजवादी पार्टी के झोली में गई तो वही प्रयागराज में पिछली बार 12 में से 12 सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार महज 8 सीटें जीत पाई।